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AIMIM पार्टी की बड़ी छलांग जो पीयम नरेंद्र मोदी की कर देगी नींद हराम, गोधरा नगरपालिका पर कब्जा कर सबको किया हैरान

🔹Aimim के समर्थन से गोधरा के नए मेयर बने संजय सोनी डिप्टी मेयर aimim के अकरम पटेल को चुना गया है,

🔹प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के गढ़ गुजरात में पहले ही चुनाव में AIMIM ने सबको चौंकाया,

गुजरात के गोधरा लोकल चुनाव में AIMIM ने 9 उम्मीदवार उतारे थे जिनमें से 7 उम्मीदवारों ने जीत हासिल की थी, गोधरा में कुल 44 सीटें हैं जिनमें 17 आज़ाद उम्मीदवार चुनाव जीते थे इन आज़ाद उम्मीदवारों में 5 हिन्दू और 11 मुस्लिम पार्षद थे गोधरा महापालिका में मेयर चुनने के लिए 23 सीटों की ज़रूरत होती है और पहली ही बार चुनाव लड़कर गोधरा महापालिका की सत्ता पर AIMIM ने क़ब्ज़ा कर लिया है।

अभिवादन स्वीकारते हुए संजय सोनी

गुजरात प्रदेश अध्यक्ष की मेहनत के बाद 17 आज़ाद उम्मीदवारों ने AIMIM को समर्थन किया है, याद रहे इन 17 आज़ाद पार्षदों में 5 हिन्दू पार्षद भी हैं जिन्होंने असदउद्दीन ओवैसी की पार्टी AIMIM को समर्थन देकर भाजपा को गोधरा की सत्ता से दूर किया है!

*AIMIM Gujarat की वजह से बीजेपी को सत्ता से हाँथ धोना पडा*

दरअसल गुजरात के स्थानीय निकाय चुनावों में भारतीय जनता पार्टी अधिकांश नगर पालिकाओं में जीत हासिल करने में कामयाब हुई है. लेकिन भाजपा को पंचमहल जिले की गोधरा नगरपालिका में बड़ा झटका लगा है. हैदराबाद के सांसद असदुद्दीन ओवैसी की AIMIM ने गोधरा नगरपालिका में भाजपा के हाथों सत्ता छीनकर बड़ी उपलब्धि हासिल की है.

खुशी मनाते अकरम पटेल के समर्थक

44 सदस्य वाली गोधरा नगरपालिका में सात AIMIM नगरसेवकों को कामयाबी मिली थी. लेकिन 17 निर्दलीय नगरसेवकों के समर्थन से गोधरा नगरपालिका में AIMIM सत्ता में आई है. निर्दलीय 17 नगरसेवकों में 5 हिंदू नगरसेवक भी शामिल हैं जिन्होंने ओवैसी की पार्टी को अपना समर्थन दिया है.

ओवैसी की पार्टी ने गुजरात पहली बार स्थानीय निकाय चुनाव के जरिए गुजरात में अपने कदम रखे हैं. एआईएमआईएम के लिए इसे काफी मजबूत शुरुआत मानी जा रही है. अहमदाबाद नगर निगम चुनाव में AIMIM के 7 पार्षदों ने चुनाव जीता है तो वहीं मोडासा में भी 9 उम्मीदवारों ने जीत हासिल की है. दिलचस्प बात यह है कि AIMIM ने गोधरा और मोडासा नगर पालिकाओं में भी पहली बार चुनावी मैदान में उतरने के बावजूद अच्छा प्रदर्शन किया है.

गोधरा नगरपालिका में 44 सदस्य हैं और नगरपालिका की सत्ता हासिल करने के लिए 23 नगरसेवकों की जरूरत है. AIMIM को यहां 24 नगरसेवकों का समर्थन मिला है. भारतीय जनता पार्टी पहले गोधरा में सत्ता में थी, लेकिन AIMIM ने गोधरा नगरपालिका की सत्ता भाजपा के हाथों से छीनने में कामयाब हुई है.

साथ ही दिलचस्प यह भी है कि जिस AIMIM को बीजेपी की बी टीम बताया जा रहा था. उसी AIMIM ने गोधरा में बीजेपी को हरा दिया है. गौरतलब है कि ओवैसी की एआईएमआईएम ने गोधरा नगरपालिका में 8 उम्मीदवारों को चुनावी मैदान में उतारा था जिसमें से 7 उम्मीदवारों को कामयाबी मिली थी. गोधरा में सत्ता में आई AIMIM के गुजरात के अध्यक्ष शबीर काबलिवाला का कहना है कि ये एक ऐतिहासिक दिन है, हमने निर्दलीय नेताओं के साथ मिल कर सत्ता हासिल की हैं. गोधरा के लोगों का विकास ही हमारी प्राथमिकता हैं.

Report by Bijnor Express

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