▪️दाढ़ी कटवाने के बाद बाद बहाल हुए दरोगा इंतशार अली, बागपत एसपी से की मुलाकात,
उत्तर प्रदेश: बागपत जिले में तैनात सब इंस्पेक्टर इंतशार अली को दाढ़ी रखने सस्पेंड कर दिया गया था। वह दाढ़ी रखते थे और पुलिस अफसरों को इससे आपत्ति थी,
बागपत पुलिस प्रशासन ने अपने आॅफिशल ट्विटर हैंडल पर जानकारी देते हुए बताया है कि उक्त प्रकरण में उ0नि0 (निलंबित) श्री इन्तसार अली को पुर्व में भी पैटर्न के अनुरूप वर्दी धारण न करने व दाढ़ी न बनाने के सम्बन्ध में बाद जांच कारण बताओ नोटिस निर्गत किया जा चुका है, परंतु इसके उपरांत भी उ0नि0 द्वारा आदेश/निर्देश का पालन न करतें हुए ड्रेस कोड के विपरीत मनमाने ढंग से बिना किसी सक्षम अधिकारी की अनुमति के ड्रेस कोड का पालन ना करने कर्तव्य पालन में लापरवाही बरतने पर निलंबित किया गया हैं,
बागपत के एसपी अभिषेक सिंह ने दाढ़ी रखने पर दरोगा इंतेसार अली को निलंबित करने के अपने फैसले को सही ठहराया है। उन्होने कहा कि दरोगा को दाढ़ी रखने पर नोटिस भेजा था। लेकिन दरोगा ने दाढ़ी नहीं कटाई। इसके बाद एसपी ने दरोगा को निलंबित कर दिया,
लोग सवाल कर रहे हैं कि पुलिस फोर्स में दाढी रखने एंव पगड़ी पहनने के लिए सिख कर्मचारी को इज़ाजत नहीं लेनी पड़ती, हिंदू कर्मचारी को कलावा बांधने, तिलक/टीका लगाने, चोटी रखने के लिए इजाजत नहीं लेनी पड़ती, तब इज़ाजत की ‘औपचारिकता’ मुस्लिम कर्मचारी के साथ ही क्यों? क़ानून है तो सबके लिए समान हो, वरना हो ही नहीं। तब सबको समान अधिकार का ढोल भी नहीं पीटना चाहिए।
Report by bijnor Express