बिजनौर के नजीबाबाद नगर के दो युवाओं ने कम्प्यूटर गेम विकसित करने का दावा किया है। उन्होंने अपने बनाए कम्प्यूटर गेम/ मल्टीप्लेयर मोबाइल गेम को जोश नाम दिया है। इसमें पब्जी के समान ही कई खिलाड़ी आनलाइन खेल सकते हैं,
प्राप्त जानकारी के अनुसार डा0 इकबाल बहादुर सक्सेना और डॉ. विक्रम बहादुर सक्सेना के परिवार के होनहार बेटे वैभव बहादुर सक्सेना पुत्र डॉ. अतुल बहादुर सक्सेना ने हाल ही कम्प्यूटर इंजीनियरिंग की है। उसने नगर के ही भारतीय जीवन बीमा निगम शाखा के विकास अधिकारी अरुण गहलौत के पुत्र एकांश गहलौत को सहयोग देकर एक वीडियो गेम/ मल्टीप्लेयर मोबाइल गेम तैयार करने का दावा किया है।
एकांश गहलौत कम्प्यूटर इंजीनियरिंग द्वितीय वर्ष का छात्र है। उनका कहना है कि उन्होंने मल्टीप्लेयर मोबाइल गेम का नाम जोश रखा है। दोनों ने उक्त गेम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की विजन मेड इन इंडिया, आत्म निर्भर भारत, लोकल फार वोकल, मेड फार वल्र्ड के क्रम में तैयार किया है।
उन्होंने 31 अगस्त को अपनी ओर से बनाए गए गेम को अंतिम रूप देने के बाद प्रधानमंत्री मोदी, गृहमंत्री राजनाथ सिंह, खेल मंत्री किरण रिजजु, सूचना एवं प्रसारण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर तथा उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को उनके ट्वीटर पर इसकी सूचना दी है,
उक्त दोनों युवाओं के प्रयास से जहां उनके परिजन काफी प्रसन्न हैं, वहीं उनके परिचितों ने भी वैभव बहादुर सक्सेना और एकांश गहलौत को बधाईयां देते हुए उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की है। जोश नाम के इस गेम को कई खिलाड़ी ऑनलाइन एक साथ खेल सकते हैं। वैभव व एकांश का दावा है कि पब्जी के बैन होने के बाद भारतीय गेम जोश को युवा खेल प्रेमी हाथों हाथ लेंगे।
बिजनौर एक्सप्रेस से बात करते हुए एकांश गहलौत ने कहा कि उन्हें अभी तक ट्विटर पर किसी का रिप्ले नहीं आया है, उन्हें उम्मीद है कि सरकार उनके इस कार्य के लिए उनको प्रोत्साहित करेंगी,
रिपोर्ट बाई बिजनौर एक्सप्रेस