Bijnor: समाजवादी व्यापार सभा ने जीएसटी के खिलाफ उत्तर प्रदेश के राज्यपाल को ज्ञापन सौंपा ज्ञापन, ज्ञापन में कहां गया है कि जीएसटी लागू होते ही उत्तर प्रदेश के करोड़ों व्यापार ऊपर बहुत बुरा असर पड़ा है,
जटिल है विसंगति पूर्ण जीएसटी बिना सरदार के लागू कर दी गई है जिसका उत्तर प्रदेश समेत पूरे देश के व्यापारियों ने विरोध किया तथा नोटबंदी के बाद स्पेक्टर राज वेजिटेबल टाको बनाने वाली जीएसटी की वजह से लाखों व्यापारियों ने व्यापार बंद कर दिया है,
जीएसटी की मीटिंग है विसंगति पूर्ण है कि लागू होने के बाद से अब तक लगभग 900 से ज्यादा संशोधन हो चुके हैं सरकार ने बगैर तैयारी तथा बिना मशवरे के तथा बिना व्यापारियों को विश्वास में लिए नोटबंदी की तरह नहीं जीएसटी भी लागू कर दी थी,
वही वन नेशन वन टैक्स का वादा करके भाजपा सरकार ने अपने खजाने को भरने के लिए पेट्रोल डीजल बिजली को जीएसटी के दायरे से बाहर रखा है,
भाजपा सरकार ने जल्दबाजी में बगैर चला के पहले नोटबंदी है फिर जीएसटी लागू करके उत्तर प्रदेश के करोड़ों व्यापारियों को बर्बाद कर दिया है,
जटिल विसंगति पूर्ण जीएसटी की वजह से उत्तर प्रदेश के करोड़ों व्यापारियों में भयंकर तनाव है और समस्याएं झेल रहे हैं,
ज्ञापन के माध्यम से वर्तमान स्वरूप में जीएसटी को रद्द करके व्यापारी प्रतिनिधियों से सलाह करने के बाद ही उचित बदलाव करने तथा नया कानून बनाने की मांग की
ज्ञापन देने वालों में जिला अध्यक्ष मोहम्मद अतहर, मोहम्मद फुरकान खा, राजेश गोयल, शहजाद मलिक, अखलाक पप्पू, नफीस अहमद, अजमतउल्लाह, इमरान नवाज, शादाब अली राणा, प्रमोद, जमशेद, खिजर अहमद आदि सपा कार्यकर्ता मौजूद रहे,
(बिजनौर एक्सप्रेस)