बिजनौर के ग्रामीण क्षेत्रों के स्कूलों में एस्ट्रोनॉमी लैब बनवाई जा रही हैं इन लैब में ग्रामीण बच्चों को खगोल विज्ञान के बारे में पढ़ाया जा रहा है और विज्ञान के प्रति रुचि भी बढ़ाई जा रही है इन लैब में टेलीस्कोप और दूसरे उपकरण भी मौजूद हैं
ऐसी ही एक एस्ट्रोनॉमी लैब का बिजनौर प्रशासन द्वारा पंचायत के फंड से निर्माण कराया गया जोकि मोहम्मदपुर देवमल की ग्राम पंचायत फरीदपुर काजी के कंपोजिट विद्यालय में बनकर तैयार है
कुछ ग्राम पंचायतों में एस्ट्रोनॉमी लैब बनाने का काम चल रहा है जिले के नवोदय विद्यालयों में 54 एस्ट्रोनॉमी लैब बन चुकी हैं तथा 55 एस्ट्रोनॉमी लैब निर्माणाधीन हैं गांव में बन कर तैयार एस्ट्रोनॉमी लैब्स मे शाम होते ही ग्रामीण क्षेत्रों कि एस्ट्रोनॉमी लैब मे दूरबीन द्वारा गावों के छात्र छात्राएं चांद तारो कि सैर कर रहे हैं
एस्ट्रोनॉमी लैब से टेलिस्कोप के द्वारा ग्रामीण बच्चे चांद तारे अंतरिक्ष आदि देख सकेंगे एवं अन्य उपक्रम से बच्चे अंतरिक्ष व विज्ञान को भी बेहतर ढंग से समझ सकेंगे फरीदपुर काजी ग्राम पंचायत में मौजूद एक सरकारी स्कूल की तस्वीरें देख कर लगता ही नहीं यह सरकारी स्कूल है इस स्कूल में एस्ट्रोनॉमी लैब कि शुरूआत के बाद स्कूल में आने वाले बच्चों की संख्या भी बढ़ी है
खास बात तो यह है कि यहां कि एस्ट्रोनॉमी लैब में जो दूरबीन लगाई गयी है वह स्पेक्ट्रोमीटर और न्यूटन कि गति के नियमों को दर्शाने वाले विभिन्न शैक्षणिक मॉडलों से सुसज्जित हैं यहां बच्चे सीख रहे है खगोल विज्ञान ग्रामीण जिलाधिकारी जसजीत कौर मुख्य विकास अधिकारी पूर्ण बोरा जिला पंचायत राज अधिकारी दमनप्रीत कौर के इस कार्य कि चारो ओर सराहा जा रहा है
जिलाधिकारी जसजीत कौर एवं सीडीओ पुर्ण बोरा ने निरिक्षण के दौरान स्कूल मे बच्चों के साथ लैब में विभिन्न यंत्रों एवं उपकरणों को भी देखा मुख्य विकास अधिकारी पूर्ण बोरा ने ग्राम पंचायत फरीदपुर काजी कि खगोल प्रयोगशाला में मौजूद हर उपकरण के बारे में बारीकी से जानकारी ली
उन्होंने निर्देश दिए कि इस स्कूल के अलावा आसपास के स्कूलों के बच्चों को भी यह प्रयोगशाला दिखाई जाए ताकि वह बच्चे भी ज्ञान अर्जित कर सकें।
नवनिर्मित एस्ट्रोनॉमिकल लैब्स कि शुरुआत होने से ग्रामीण छात्र छात्राओ को काफी फायदा पहुंच रहा है ग्रामीण छात्र छात्र खगोल विज्ञान से जुड़े अनसुलझे रहस्यों को आसानी से समझ रहे हैं छात्रो को यह जानकारी भी मिल रही है कि हमारे खगोलीय विज्ञान में कैसे-कैसे रहस्य छिपे हुए हैं अनसुलझे रहस्यो ग्रामीण छात्रों को लैब के माध्यम से आसानी से समझ में आ रहा है
एस्ट्रोनॉमी लैब बनने से छात्रों की सीखने की जिज्ञासा भी बढ़ रही है सरकार की इस पहल से प्राइमरी स्कूलों की शिक्षा के स्तर में भी काफी सुधार हुआ है जहां जहां ग्राम पंचायतों के जिन जिन स्कूलों में यह लैब शुरू हुई है, वहां एडमिशन के लिए छात्रों की संख्या मे भी बढोतरी हुई है
ग्राम पंचायत फरीदपुर काजी के छात्र इस बारे में बताते हैं कि हमारे स्कूल कि एस्ट्रोनॉमी लैब में एक टेलीस्कोप है जो दूर की चीजों को काफी नजदीक दिखाता है इस टेलीस्कोप में 25mm का लेंस लगा हुआ है जिससे सूर्य ग्रहण चंद्र ग्रहण जैसी खगोलीय घटनाओं को आसानी से बेहद्द नजदीकी से देखा जा सकता है
हमने अपने सौर मंडल के लगभग सभी ग्रहों को देखा है यह देखना बेहद्द अद्भुत है देखने पर पता चला कि बृहस्पति मंगल की तुलना में बहुत बड़ा है शनि के चारों ओर के छल्ले दूरबीन से जादुई दिखते हैं ग्रामीण छात्र विद्यालयों मे लैब से स्कूलो मे आधुनिक और वैज्ञानिक शिक्षा पाकर खुश नजर आए…!
बिजनौर एक्सप्रेस के साथ तैय्यब अली बिजनौर
©Bijnor Express
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