🔹चलिए मिलिए बाबा गुलाम मोहम्मद जौला से
Uttar Pradesh: चौधरी महेन्द्र सिंह टिकैत के साथी रहे बाबा गुलाम मोहम्मद ने मुजफ्फरनगर में हुई महापंचायत के मंच से कहा है कि, जाटों ने दो गलती की पहली गलती मुसलमानों को काट कर और दूसरी चौधरी अजीत सिंह को हराकर की हैं..
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बता दें कि गुलाम मोहम्मद जौला अपने इलाके के “24 गांव” के चौधरी हैं मुज़फ़्फ़रनगर दंगे के दौरान इन्होंने सैकड़ों हज़ारों दंगा पीड़ितों को अपने गाँव में शरण दी और उनके साथ कंधे से कंधा मिलकर खड़े रहें। डर और दहशत में जी रहे पीड़ित परिवारों को हौंसला दिया और उन्हें फिर से अपने पेरो पर खड़े करने का हौंसला दिया,
गुलाम मोहम्मद जौला किसानों के कद्दावर नेता महेंद्र सिंह टिकेट के करीबी थे और भारतीय किसान यूनियन के अहम सदस्य थे, मुज़फ़्फ़रनगर दंगे में जाटों की भूमिका देखकर इन्होंने ख़ुद को किसान यूनियन से अलग कर लिया था और भारतीय किसान मज़दूर मंच की शुरुआत की थीं,
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भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकेट के रोने और भाजपा द्वारा किसानों पर ज़ुल्म देखने के बाद बाबा कल किसानों के हक़ के लिए आंदोलन में शामिल हुए और राकेश टिकेट के साथ खड़े हुए।
जयंत चौधरी ने मंच पर बाबा के पेर छुए और राकेश टिकेट ने बाबा को गले लगाया जिसके बाद लोगों ने कहा कि ये वक़्त की ज़रूरत है, आज अपने आपसी मतभेदों को भूलकर सबको देश के लिए एक साथ खड़ा होने की ज़रूरत है अगर आप किसानो को नही बचा सकें तो कल आपके पास बचाने को कुछ नही होगा हो सकता है इससे ही हिंदू-मुस्लिम भाईचारे की नीव मज़बूत हो जाए