🔹खुशी की दर्दनाक मौत मामले में जिलाधिकारी भानु चंद्र गोस्वामी ने कानूनी कार्रवाई के आदेश दिए हैं,
Uttar Pradesh: यूपी के प्रयागराज में 3 साल की खुशी को पेट दर्द के बाद यूनाइटेड मेडीसिटी हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था जहां डॉक्टरों ने उसका ऑपरेशन किया, जानकारी के अनुसार परिवार ने खेत बेचकर 2लाख रुपये जुटाकर दिए थे लेकिन अस्पताल की और से 5 लाख की डिमांड हुई परिवार ना दे सका तो निर्दयी अस्पताल ने बच्ची के बिना टांका लगाए फटे पेट के साथ उसे अस्पताल से निकाल दिया,
आप को बता दें कि प्रयागराज का यूनाइटेड मेडिसिटी कोई छोटा-मोटा अस्पताल नहीं है, कुछ दिनों पहले ही बना है और खुद को शहर का सबसे बेस्ट अस्पताल कहता है, लेकिन इस अस्पताल की इस करतूत से कई सवाल खड़े हो गए हैं,
दरअसल सरकारी अस्पताल जाने पर वहां के डॉक्टरों ने कहा कि केस बिगड़ गया है, बच्ची बचेगी नहीं पीड़ित परिवार उसे दोबारा यूनाइटेड ले गया और तब उन्हें गेट के अंदर भी घुसने नहीं दिया और बच्ची की दर्दनाक मौत हो गई। अब पूरे मामले की जांच जिले के CMO करेंगे
इ इस मामले को उजागर कर रहे पत्रकार Abhinav pandav ने ट्विटर पर ट्विट करते हुए जानकारी दी है कि मेरा पास पूरा वीडियो मौजूद हैं विडियो इतना दर्दनाक है कि साझा नहीं कर सकता। बेचारी तड़प रही है, कलथ रही है। पूरे शरीर पर मौत की मक्खियां भिनभिना रही हैं। उसका चीरा हुआ पेट देख दिमाग हिल गया। तस्वीरें देखते ही परिवार को मैंने फोन किया तो पता लगा थोड़ी देर पहले उसकी मौत हो गई हैं,
दर्दनाक है।शर्मनाक है।
— Abhinav Pandey (@Abhinav_Pan) March 5, 2021
यूपी के प्रयागराज में 3 साल की खुशी को पेट दर्द के बाद यूनाइटेड मेडीसिटी हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया।डॉक्टरों ने ऑपरेशन किया,परिवार ने खेत बेचकर 2लाख दिए।5 लाख की डिमांड हुई।परिवार ना दे सका।निर्दयी अस्पताल ने बिना टांका लगाए फटे पेट के साथ उसे निकाल दिया pic.twitter.com/uK2tYDQu6Y
उन्होंने आगे लिखा है कि मेरी परिवार से अभी फिर बात हुई। बच्ची का शव अभी पोस्टमार्टम हाउस में है। परिवार को उसका आखिरी इंतजार है। पासबुक की फोटो भी मांगी है ताकि हम सब मदद कर सकें। प्रशासन भी हरकत में आया है।डीएम साहब ने परिवार से बात भी की है लेकिन परिवार इस बात से परेशान है कि अब तक FIR नहीं हुई।
वहीं इस मामले में प्रयागराज पुलिस ने बताया कि उक्त प्रकरण में पुलिस बल मौके पर मौजूद है। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। आवश्यक विधिक कार्यवाही की जा रही है। शांति व्यवस्था कायम है।
उक्त प्रकरण में पुलिस बल मौके पर मौजूद है। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। आवश्यक विधिक कार्यवाही की जा रही है। शांति व्यवस्था कायम है।
— KAUSHAMBI POLICE (@kaushambipolice) March 5, 2021
तो वहीं प्रयागराज डीयम कार्यालय ने भी ट्विट कर जानकारी दी है कि उक्त प्रकरण की गंभीरता को देखते हुए एडीएम सिटी एवं मुख्य चिकित्सा अधिकारी की संयुक्त जांच समिति गठित की गई है जो समस्त पहलुओं पर गंभीरता पूर्वक जांच करेगी। लापरवाही पाए जाने पर दोषियों के विरुद्ध विधिक कार्यवाही की जाएगी
उक्त प्रकरण की गंभीरता को देखते हुए एडीएम सिटी एवं मुख्य चिकित्सा अधिकारी की संयुक्त जांच समिति गठित की गई है जो समस्त पहलुओं पर गंभीरता पूर्वक जांच करेगी। लापरवाही पाए जाने पर दोषियों के विरुद्ध विधिक कार्यवाही की जाएगी। pic.twitter.com/smnxLglJtC
— DM Prayagraj (@DM_PRAYAGRAJ) March 5, 2021
प्रयागराज से चर्चाओं में डाक्टर कफील खान ने भी इसपर ट्विट करतें हुए कहा है कि अगर ये सच है तो इससे शर्मनाक क्या हो सकता है,
अगर ये सच है तो इससे शर्मनाक क्या हो सकता है 😢@kpmaurya1 ji ध्यान दें 🙏 https://t.co/WQnNLEJfeP
— Dr Kafeel Khan (@drkafeelkhan) March 5, 2021
राष्ट्रीय जनता दल पार्टी के आॅफिसल ट्विटर हैंडल ने भी इसे री ट्विट करतें हुए लिखा है कि इस अस्पताल को सदा के लिए अगर बन्द नहीं किया गया तो इस देश के गरीबों को यह कहना बन्द कर देना चाहिए कि-” वे एक आज़ाद मुल्क के आज़ाद नागरिक हैं!”
क्या यह देश, इसकी संवैधानिक संस्थाएँ, इसकी सरकार और यह देश पूंजीपतियों की गुलाम है जहाँ एक गरीब के बच्चे की जान की कोई कीमत नहीं?
इस अस्पताल को सदा के लिए अगर बन्द नहीं किया गया तो इस देश के गरीबों को यह कहना बन्द कर देना चाहिए कि-" वे एक आज़ाद मुल्क के आज़ाद नागरिक हैं!"
— Rashtriya Janata Dal (@RJDforIndia) March 5, 2021
क्या यह देश, इसकी संवैधानिक संस्थाएँ, इसकी सरकार और यह देश पूंजीपतियों की गुलाम है जहाँ एक गरीब के बच्चे की जान की कोई कीमत नहीं? https://t.co/eXXoi7oXBj
Report by Bijnor express