Arab world: खाड़ी देशों में रमज़ान का चांद नज़र नही आया है। यानी अब 13 अप्रैल, मंगल से मगरिबी मुल्को में रोजे रखे जाएंगे। भारत मे 13 अप्रैल को चांद नज़र आएगा व 14 अप्रैल, बुध से रोजे रखे जाएंगे।
रमजान का महीना चांद के दीदार के साथ शुरू होता है। साल 2021 में ये पवित्र महीना 13 से खाड़ी देशों में और भारत मे 14 अप्रैल से शुरू हो जाएगा। पहला रोजा 14 घंटे 8 मिनट का होगा है। रमजान के महीने में मुस्लिम समुदाय के लोग रोजा रखते है व नमाज़ तरावीह पढ़ते है हैं। सूरज के निकलने से लेकर सूरज के छिपने तक भूखे प्यासे रहकर अल्लाह की इबादत करते है।
रमजान का मतलब सिर्फ रोजा रखने से ही नहीं है बल्कि इस एक महीने उन चीजों से भी तौबा की जाती है जो इंसानियत के दायरे में नहीं आती हैं। इस दौरान किसी भी तरह के गलत काम नहीं किये जाते हैं। साथ ही गलत चीजों से तौबा की जाती है।
रमज़ान के महीने में आखरी रसूल मौहम्मद साहब को साल 610 में लेयलत उल-कद्र के मौके पर पाक किताब कुरान शरीफ नाज़िल हुआ था। तभी से रमजान को इस्लाम मज़हब में पाक महीना माना जाने लगा। इस महीने में मुस्लिम लोगों रोज़ नमाज़ के साथ साथ तरावीह में कुरान की पाक किताब को सुनते व पढ़ते है।
इस माह में मुस्लिम लोग अल्लाह की इबादत में अपना ज़्यादा से ज़्यादा वक़्त बिताते हैं और अपने अंदर की बुराईयों को अपने से दूर करने की कोशिश करते हैं। व गरीब लोगों की ज़कात से मदद करते है
रिपोर्ट : बिजनौर एक्सप्रेस