▪️पहले बंगले पर आओ फिर मिलेगी मनचाही ड्यूटी▪️बिजनौर के एस पी सिटी पर महिला सिपाही ने लगाए गंभीर आरोप
▪️मुरादाबाद आई जी को रोकर सुनाई दास्ताँ, एस पी करेगें जांच▪️बिजनौर पुलिस कप्तान ने कहा है कि दोनों और से शिकायत मिली है जिसे मुख्यालय भेज दिया गया हैं जांच के बाद ही सच्चाई सामने आ सकेंगी,
Moradabad: जनपद बिजनौर के एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी की अय्याशी के चर्चे आज जनपद ही नहीं बल्कि राजधानी लखनऊ में भी खूब चर्चाओं में है। महिला पुलिसकर्मी ने अपने साथ हो रहें शारीरिक और मानसिक उत्पीड़न के ख़िलाव आवाज़ बुलंद कर दी है उसे जब जनपद में न्याय नहीं मिला तो वह आईजी मुरादाबाद के दरबार मे पेश हो गयी । रोते-बिलखते अपने ऊपर हो रहें अत्यचार की दास्तां आईजी के साथ मीडिया से बताई। महिला सिपाही ने आईजी से इंसाफ की गुहार लगयी है।सोमवार की दोपहर को अचानक बिजनौर पुलिस कार्यालय में तैनात एक महिला पुलिसकर्मी आईजी रेंज मुरादाबाद के दरबार मे हाजिर हुई। महिला सिपाही ने जैसे ही आईजी साहब को अपनी पीड़ा सुनाई तो अचानक आईजी ऑफिस का माहौल गर्मा गया। पीड़ित महिला सिपाही ने आईजी को प्रार्थना पत्र देकर स्पष्ट आरोप लगाया कि बिजनौर जनपद के अपर पुलिस अधीक्षक नगर लक्ष्मी निवास मिश्र उस पर जबरन शारीरिक सम्बन्ध बनाने का दबाव बना रहे है।आरआई और अन्य अधिनस्थ्य अधिकारियों से बंगले पर आने के लिए जोर डाल रहें है। महिला सिपाही के पास फोन पर हुई बातचीत की रिकॉर्डिंग भी है। जिसमे एसपी सिटी उससे कहते है कि हमें आंका बना लो। अपना खुदा मान लो और जो वो चाहे वो करे। बंगले पर बुलाए तो बंगले पर आए और जो भी कहें वो करें। एसपी सिटी की इच्छा की पूर्ति कराने के लिए आरआई भी बराबर का साथ देते हुए महिला सिपाही से कहते है कि आंका तो बनाना पड़ेगा। आंका की जो जरूरते होती है उसे भी पूरा करना पड़ेगा। तभी ठीक से नोकरी कर पाओगीयोगी राज में मजबूती से बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ का नारा दिया जीता है, लेकिन उसी योगी राज एक महिला सिपाही के साथ वरिष्ठ अधिकारी की
यह करतूत सभी नारे और दावों को खोखला साबित करती है।बिजनौर जिले के पुलिस अधिकारी की यह शर्मनाक करतूत 8 महीने से जारी है। महिला सियाही के ने बताया कि वो बेडमिंटल की खिलाड़ी है। जॉन और जनपद लेवल पर कई मेडल जीत चुकी है। पुलिस लाइन में जब वो बेडमिंटल हॉल में प्रैक्टिस करती थी तो एसपी सिटी भी वहां खेलने आते थे। तभी से एसपी सिटी उसे अपने काबू में करने की फिराक में लगे रहें। आरआई से मध्यस्ता कराई और जब महिला सिपाही ने उसकी बात नहीं मानी तो उसे प्रताड़ित करना शुरू कर दिया। जानबूझकर उसकी ड्यूटी ऐसी जगह लगाई गई। जहाँ उसे परेशानी हो। बिना किसी गलती के उसके खिलाफ रपट लिखाई गयी। और वापसी करने के लिए बंगले पर आने की शर्त रख दी गयी। 6 महीने पहले महिला सिपाही ने एसपी सिटी के उत्पीड़न की शिकायत एसपी से भी की, लेकिन फजीहत से बचने के लिए एसपी ने महिला सिपाही को समझा-बुझाकर शांत कर दिया। एसपी के आश्वासन पर महिला सिपाही सबकुछ भूलकर ईमानदारी से अपनी ड्यूटी करती रहीं, लेकिन एसपी के दखल के बाद भी एसपी सिटी अपनी करतूत से बाज नहीं आए और महिला सिपाही को बंगले पर बुलाने की जिद के लिए उसका उत्पीड़न करते रहें। महिला सिपाही जब भी अधिकारियों से इसकी शिकायत करती तो उसे चुप कर दिया जाता। 5 अगस्त को महिला सिपाही ने एसपी आवास जाकर हंगामा भी किया। एसपी साहब से कार्यवाई की गुहार लगाई और एसपी सिटी के खिलाफ लिखित में शिकायत की, लेकिन इसके बाद भी जब उसे इंसाफ की उम्मीद नजर नहीं आयी तो उसने आईजी मुरादाबाद का दरवाजा खटखटाया। महिला सिपाही ने आईजी और वहां मौजूद पत्रकारों से रोते-बिलखते अपने ऊपर हो रहें अत्याचार की दास्ता सुनाई। आईजी ने जांच के आदेश दिए है।