▪️मेरठ से हस्तिनापुर-बिजनौर तक ट्रेन चलने का रास्ता साफ रेल मंत्री से हरी झंडी मिलने के बाद जल्द रेल पटरी बिछाने का कार्य शुरु होने की आस बंधी
बिजनौर से मेरठ वाया हस्तिनापुर रेल मार्ग की सर्वे रिपोर्ट को केन्द्रीय रेल मंत्री की ओर से देख लिए जाने और रेलवे के अधिकारियों से सर्वे रिपोर्ट की कमियों को उत्तर प्रदेश के अधिकारियो से बात कर जल्द काम शुरु कराए जाने को हरी झंडी मिल गयी है।
इससे जहां बिजनौर मेरठ के साथ सीधे रेल मार्ग से जुड़ेगा वहीं जनपद में महाभारत सर्किट में शामिल विदुर कुटी, शुक्रताल और मेरठ जनपद के जैन तीर्थ स्थल हस्तिनापुर में भी पर्यटन की दृष्टि से स्थानीय लोगों की आय के साधन बढ़ेगे। 63.5 किलोमीटर लंबे रेल मार्ग के माध्यम से तीनों ऐतिहासिक स्थलों से होकर ट्रेन गुजरेगी।
2.58 करोड़ रुपए की लागत से सर्वे का काम पूरा किया जा चुका है। केंद्रीय रेल मंत्री की ओर से हरी झंडी मिल जाने के बाद जल्द ही रेल पटरी बिछाने का कार्य शुरु कराए जाने की आस बंध गयी है
केन्द्रीय रेल मंत्री अश्वनी वैष्णव ने मेरठ से बिजनौर वाया हस्तिनापुर तक ट्रेन चलाने के लिए दो करोड़ 58 लाक रूपए से कराए गए सर्वे की रिपोर्ट को देखकर रेलवे अधिकारियों को उत्तर प्रदेश के अधिकारियों से बात करके जल्द पूरा कराकर काम शुरू कराने को कहा है।
प्रोजेक्टर पर फाइनल लोकेशन सर्वे की फाइनल रिपोर्ट का अध्य्यन किए जाने के दौरान केन्द्रीय रेल मंत्री अश्वनी वैष्णव के साथ प्रदेश सरकार के जल शक्ति राज्य मंत्री दिनेश खटीक और क्षेत्रीय अध्यक्ष मोहित बेनीवाल भी मौजूद रहे।
उन्होंने सर्वे में आयी कमियों को पूरा करने पर चर्चा की। जिसके बाद मेरठ से बिजनौर वाया हस्तिनापुर रेल चलने का रास्ता साफ हो गया है। केंद्रीय रेल मंत्री की ओर से हरी झंडी मिल जाने के बाद जल्द ही रेल पटरी बिछाने का कार्य शुरु कराए जाने की आस बंध गयी है।
इस रेल मार्ग से महात्मा विदुर की तपोस्थली विदुरकुटी और हस्तिनापुर क्षेत्र में पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा। उक्त रेल लाइन बन जाने से बिजनौर का संपर्क न सिर्फ हस्तिनापुर, मेरठ, दिल्ली से होगा बल्कि लखनऊ समेत देश के कई अन्य प्रमुख शहरों से बिजनौर रेल मार्ग के माध्यम से सीधे जुड़ जाएगा।
बिजनौर से हमारे संवाददाता आक़िफ़ अंसारी बिजनौर
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