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पहाड़ों की बारिश बिजनौर के लिए बनी मुसीबत, प्रशासन ने रेस्क्यू कर ग्रामीणों को बचाया,

🔸बिजनौर प्रशासन की ड्रोन कैमरों से बाढ़ पर नज़र दर्शनभर गांव बाढ़ की चपेट में,

Bijnor: उत्तराखंड के पहाड़ों पर हो रही लगातार बारिश से गंगा का जलस्तर बढ़ गया है बिजनौर के मंडावर क्षेत्र के चार से पांच गांव जो कि गंगा खादर से जुड़े हुए हैं वहां पर बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है

मुआयना करते हुए आला अधिकारी

इस खतरे को देखते हुए प्रशासन ने आज गांव का दौरा कर लोगों को अलर्ट करने का काम किया। मौके पर पहुंचे एसपी सिटी और एसडीएम ने गांव मीरापुर का जायजा लेते हुए सभी ग्रामीणों को गंगा किनारे जाने से मना किया साथ ही गंगा के पार फंसे लोगों का रेस्क्यू कर सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया,

दरअसल हरिद्वार से अभी तक कुल 3 से 4 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया है। इस पानी के छोड़े जाने से गंगा का जलस्तर बढ़ गया और बिजनौर जिले के गंगा से जुड़े गांव मीरापुर, कुंदनपुर, देवलगढ़, बालावाली रावली व अन्य गंगा खादर इलाकों में बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है

इस खतरे को देखते हुए एसडीएम व ज्वाइंट मजिस्ट्रेट विक्रमादित्य मलिक और एसपी सिटी प्रवीण रंजन सिंह ने अन्य प्रशासनिक अधिकारियों के साथ मौके पर पहुंचकर गांव मीरापुर का जायजा लिया।

मीरापुर गांव के 5 मजदूर जो कि गंगा के उस पार खेती करने जाते थे अचानक से रात में गंगा में पानी बढ़ने के कारण फस गए थे। पीएसी की टीम की मदद से सभी 5 मजदूरों को सकुशल बाहर निकाल लिया गया है

वहीं गंगा के उस पार कुछ मजदूर शुकरताल की तरफ चले गए हैं जोकि सकुशल बताए जा रहे हैं। एसडीएम व ज्वाइंट मजिस्ट्रेट विक्रमादित्य सिंह ने बताया कि हरिद्वार से 4 लाख क्यूसक पानी छोड़ा गया है। जिससे कि जिले के गंगा का जलस्तर बढ़ गया है।

गंगा क्षेत्र के आसपास के 5 से 6 गांव बाढ़ की चपेट में आ सकते हैं। इसको देखते हुए प्रशासन द्वारा गांव में जाकर गांव वालों को अलर्ट कर दिया गया है बाढ़ चौकियों व निगरानी समितियों को अलर्ट मोड पर रखा गया है जिससे कोई घटना ना हो इसके लिए बकायदा प्रशासनिक टीम मौके पर जाकर मुआयना कर रही है

बिजनौर में गंगा के बढ़ते जलस्तर ने ऐसा कहर बरपाया की बिजनौर के दर्जन भर गाँव बाढ़ की चपेट में है और इतना ही नहीं सैकड़ो पशु और मज़दूर जंगल के डेरे में फसे है जिन्हे निकालने के लिए एसडीआरएफ और पीएसी की टीम द्वारा ड्रोन कैमरे के ज़रिये तलाशा जा रहा है

हालाँकि सुबह से अब तक पुलिस व पीएसी की टीम ने 38 मज़दूरों को सुरक्षित स्थानों पर पुलिस प्रशासन ने भेज दिया हैं दरअसल मंडावर इलाके के दर्जन भर गांव में गंगा के जलस्तर बढ़ने से बाढ़ का खतरा मडराने लगा है और यही वजह है की बिजनौर में पुलिस प्रशासन गंगा किनारे डटा हुआ है

गंगा के बढ़ते जलस्तर को देखते हुए प्रशासन ने एसडीआरएफ और पीएसी की टीम को बुला लिया है। पीएसी के जवानो ने अब तक मोटर बोट के ज़रिये जंगल के डेरे में फसे 38 मज़दूरों को सुरक्षित स्थानों पर भेज दिया है लेकिन गंगा के बढ़ते उफान को लेकर एसडीआरएफ की टीम गंगा में उतर चुकी है।

बिजनौर के रावली इलाके के जंगलो में फसे मज़दूरों को ड्रोन कैमरे से तलाश करके एसडीआरएफ की टीम ने रेस्क़ुए ऑपरेशन शुरू कर दिया है साथ ही अभी भी सैकड़ो पशु गंगा के बीच में फसे है जिन्हे सुरक्षित स्थानों पर निकालने की कवायद की जा रही है

वहीं बिजनौर सूचना विभाग ने जानकारी देते हुए बताया कि गंगाजल स्तर बढ़ने के कारण फंसे लोगों को सकुशल निकानले के लिए एसडीआरएफ और पीएसी के जवानों की ली गई मदद्, ड्रोन से दूरस्थ क्षेत्रों में सर्चिंग का कार्य जारी तथा एसडीआरएफ एवं पीएसी के जवान बाढ़ में फंसे लोगों तलाश कर निकाने का लगातार कर रहे हैं प्रयास-जिलाधिकारी उमेश मिश्रा

जिलाधिकारी उमेश मिश्रा द्वारा आज अपरान्ह में गंगा बैराज के जल स्तर का निरीक्षण किया गया। इस अवसर पर उन्होंने गंगा का जल स्तर बढ़ने के कारण विभिन्न तटीय एवं दूरस्थ क्षेत्रों में फंसे ग्रामीणों तथा अन्य लोगों सकुशल निकालने के लिए एसडीआरएफ तथा पीएचसी के जवानों और मोटर बोट का प्रयोग करने के निर्देश दिए

उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन बाढ़ में फंसे लोगों को सकुशल निकालने के लिए पूरी तरह गंभीर और सजग है। उन्होंने जानकारी देते हुए बताया कि गंगा का जल स्तर बढ़ने के कारण फंसे लोगों और पशुओं का सुरक्षित रूप से निकालने के लिए एसडीआरएफ और पीएसी के जवान मोटर बोट के द्वारा प्रयास कर रहे हैं तथा सुदूर क्षेत्रों में फंसे लोगों को तलाश करने के लिए ड्रोन की मदद भी ली जा रही है।

उन्होंने बताया कि सर्च एवं रेसक्यू आॅपरेशन के दौरान अब तक बाढ़ में फंसे 38 लोगों को एसडीआरएफ और पीएसी के जवानो की सहायता से सुरक्षित रूप से निकाला जा चुका है,

जबकि अन्य लोगों की तलाश के साथ-साथ फंसे व्यक्तियों को निकालने के निरन्तर रूप से सतत् प्रयास किए जा रहे हैं। उन्होंने यह भी बताया कि बाढ़ में फंसे लोगों को सकुशल निकालने के बाद उनके पशुओं को भी निकाला जाएगा

🔸नांगल सोती गंगा पर पानी में फंसे 3 किसानों को रेस्क्यू कर बचाया गया,

मंडावली थाना क्षेत्र के नांगल सोती गंगापुर अपने गन्ने की रखवाली करने गए ग्राम शहजाद पुर निवासी 3 किसान अचानक गंगा का जलस्तर बढ़ने से गंगा के पानी में फंस गए तीनों किसानों को बचाने के लिए अधिकारियों के द्वारा सुबह से रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया जा रहा था जिन्हें देर शाम सकुशल बचाया गया,

बताया जा रहा है कि नांगल सोती के ग्राम शहजाद पुर निवासी मोहम्मद सलीम व मोहम्मद राशिद वह एक और अन्य किसान गंगा के किनारे पर लगे अपने गन्ने की रखवाली करने के लिए रात्रि में गए थे लेकिन अचानक गंद गंगा का जलस्तर बढ़ने की वजह से दोनों वहां पर फंस गए

बताया जा रहा है कि दोनों किसान गंगा के पास बने एक टापू के ऊपर खड़े हुए हैं चारों तरफ गंगा का पानी बह रहा है उनके पास जाना बहुत मुश्किल है तीनों किसानों को बचाने के लिए एसडीएम नजीबाबाद परमानंद झा तहसीलदार नजीबाबाद राधेश्याम शर्मा, CO नजीबाबाद गजेंद्र पाल सिंह, नांगल सोती थाना प्रभारी संजय पांचाल, मौके पर मौजूद थे,

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