चमोली में ग्लेशियर फटने के बाद अधिकारियों के द्वारा गंगा किनारे पर खेती करने वाले लोगों को सुरक्षित स्थान पर जाने के आदेश जारी किए गए जिसके बाद वहां काम करने वाले सभी लोग अपना सामान भरकर बाबा जैनुद्दीन की शरण में पहुंच गए और वहीं पर उन्होंने रात बिताई ।
कल चमोली में ग्लेशियर फटने के बाद जिले में अलर्ट जारी किया गया था वहीं एसडीएम नजीबाबाद और तहसीलदार नजीबाबाद ने सबलगढ़ क्षेत्र में गंगा किनारे पर खेती करने वाले सभी लोगों को वहां से हटा दिया था और उनको कहीं भी सुरक्षित स्थान पर जाने के लिए कहा गया था गंगा किनारे पर खरबूजा तरबूज की खेती करने वाले सहारनपुर के दर्जनों लोगों ने अपना सभी सामान अपने ट्रैक्टरों में भर कर वहां से चल दिए और सबलगढ़ के घने जंगल में सैकड़ों वर्षो पुरानी बाबा जैनुद्दीन की मजार पर शरण ले ली वहीं पर उन्होंने तीन सेट में अपने बच्चों के साथ में रात गुजारी ।
बाबा जैनुद्दीन मजार के सज्जादा नशीन सूफी मोहम्मद अकबर ने बताया कि यह लोग यहां पहुंचे हैं इनको यहां पर रुकने के लिए कह दिया गया है और इनकी सभी सुविधाओं का इंतजाम किया गया है
मंडावली से अब्दुल रहमान अल्वी की रिपोर्ट