▪️पश्चिमी यूपी को अलग राज्य का दर्जा दिलाए राज्य सरकार सांसद मलूक नागर,
▪️सासंद मलूक नागर ने संसद में उत्तर प्रदेश को चार हिस्सों में बांटकर अलग राज्य बनाने की मांग के साथ साथ सदन में शून्यकाल में किसानों के नुकसान की भरपाई का मुद्दा भी उठाया।
Bijnor: लोकसभा से सांसद मलूक नागर ने कहा कि लोगो की खुशहाली के लिए हाइकोर्ट आदि हर तरह की सुविधाओं के लिए उत्तर प्रदेश को चार हिस्सों में बांटकर पश्चिमी उत्तर प्रदेश को अलग राज्य बनाए जाना बेहद जरूरी है।
संसद सत्र के पहले दिन संसद में 377 नियम के अंतर्गत श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र में गुर्जर व पिछड़े सभी समाज(जाट, यादव, पाल, सैनी, कश्यप आदि) के ट्रस्टी बनाने और पहले ही दिन अप्रसनवीक पूछे गए प्रश्न विवाद से विश्वास अधिनियम 2020 में टीडीएस पर लगने वाले व्याज और पेनल्टी को स्पष्ट करने पर वित्त मंत्रालय में राज्य मंत्री श्री अनुराग ठाकुर द्वारा मिले उत्तर जिसमें गोलमोल जवाब दिया गया है।
उन्होंने बताया कि संसद सत्र दूसरे दिन संसद में पश्चिम उत्तर प्रदेश को अलग राज्य बनाने की माँग की है जिससे राजस्थान सरकार ने जो पिछड़ों के साथ अन्याय किया है उसकी भरपाई हो सके इसीलिए आनेवाले समय पिछड़ों, अखलियतो, खासकर के गुर्जर समाज से पश्चिम उत्तर प्रदेश का मुख्यमंत्री बन सकता है और देश में सांसदों की तनखा व विकास के लिए सांसद निधि बहाल की जाए व जिन लोगो के रोजगार गए है उन लोगों को भी रोजगार दिलाया जाए।