नजीबाबाद। कोरोना वायरस के इस संक्रमण काल में काफी बदलाव भी नजर आ रहे हैं। ऐसे में अधिकांश चीजें ऑनलाइन हो गई हैं। बच्चों के स्कूल-कॉलेज बंद हैं। ऐसे में पठन-पाठन भी ऑनलाइन हो गई है। बच्चों की सभी कक्षाएं ऑनलाइन चल रही हैं। जाहिर है ऑनलाइन कक्षाओं के लिए मोबाइल आदि की जरूरत होती है। ऐसे में इसका असर बाजार पर भी दिख रहा है। खासकर मोबाइल की बिक्री में काफी उछाल आया है। जिससे मोबाइल फोन की बिक्री 30 से 40 फीसद बढ़ी है।
रेलवे स्टेशन रोड़ स्थित बी0टी0 मोबाइल पॉइंट से मौहम्मद आरिफ बताते हैं कि अनलॉक में फोन की 30 से 40 फीसद बिक्री बढ़ गई है, जबकि दाम भी दो से तीन फीसद तक बढ़े हैं।
सेकेंद्र हैंड फोन बेचने वाले आमिर बताते है कि लॉकडाउन के बाद से ही सेकेंद्र हैंड फोन की बिक्री बढ़ गई है, उन्होंने बताया कि माल न आने की वजह से पुराने फोन भी महंगे हो गए है।
महात्मा गांधी इंटर कॉलेज के प्रधानाचार्य अब्दुल सत्तार ने बताया कि कॉलेज के करीब 80 फीसद विद्यार्थियों के पास मोबाइल है। इसमें से 60 फीसद ही एंड्रायड मोबाइल रखते हैं।
आचार्य इंटर कॉलेज के अध्यक्ष हर्षित सर्राफ ने बताया कि कॉलेज के करीब 60 फीसद छात्र एंड्रायड मोबाइल रखते हैं, लेकिन वह उनका निजी नहीं होता बल्कि परिवार के किसी सदस्य का होता है।
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अभिभावक का कहना है…………
नगर के मौहल्ला वाहिदनगर निवासी मौहम्मद अनवर का कहना है कि ऑनलाइन पढ़ाई की वजह से नया मोबाइल फोन लेना पड़ा। पहले घर में मेरे ही मोबाइल से ही काम चल जाता था। अब ऐसा नहीं हो पा रहा। नया मोबाइल खरीदकर बच्चे को देना मजबूरी हो गई।
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नगर के मौहल्ला महंदीबाग निवासी अकरम अली का कहना है कि लॉकडाउन की वजह से आटा गीला हो गया। काम धंधा पहले से ठीक नहीं चल रहा है। अब नए मोबाइल का खर्च बढ़ गया। बेटी की पढ़ाई की वजह नया फोन खरीदना पड़ा।
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नगर के मौहल्ला संतोमालन निवासी अमित ने बताया कि पुराना मोबाइल ठीक से काम नहीं कर रहा था। बेटे की ऑनलाइन क्लास में जो स्टडी मैटेरियल दिया जाता था उससे मेमोरी फुल हो जाती थी तो नया फोन खरीदा।
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अदर्शनगर निवासी जितेंद्र का कहना है कि बच्चों की पढ़ाई के लिए बड़ी स्क्रीन वाला मोबाइल खरीदना पड़ा। पुराने सेट से काम नहीं चल रहा था। ऑनलाइन पढ़ाई ने एक और खर्च बढ़ा दिया है।
रिपोर्ट शाही अराफात