बिजनौर में ताउते तूफान का असर, दो दर्जन से ज्यादा गांवों टूटा संपर्क

ताउते तूफान के चलते पहाड़ों पर हुई बारिश से मैदानी क्षेत्र की गंगा का जलस्तर अचानक बढ़ जाने के बाद गंगा उफान पर पहुंच गई है। बिजनौर में गंगा के अचानक बढ़े जलस्तर से अस्थाई पुल भी पानी के बहाव में बह गया

जिससे लगभग दो दर्जन से ज्यादा गांवों का संपर्क टूट गया है। पहाड़ों पर हो रही बारिश आफत बनकर टूट पड़ी है इस बारिश से गंगा किनारे खेती करने वाले किसानों की सभी फसलें जलमग्न हो गई हैं।

गंगा के उस पार खेती करने वाले किसान अब गंगा की धार को पार करके नाव से खेती करने के लिए गंगा के उस पार जाने के लिए मजबूर हैं। हजारों ग्रामीणों को नाव या 60 किलोमीटर घूम कर अपनी खेती करने जाना पड़ रहा है

बिजनौर के गंगा तराई क्षेत्र मंडावर इलाके में गंगा के किनारे खेती करने वाले किसान अब खासे परेशान नजर आ रहे हैं। जिले के गंगा खादर क्षेत्र के हजारों लोगों को इस पार से उस पार पहुंचाने वाला अस्थाई पुल भी गंगा के अचानक बढ़े जलस्तर से पानी के बहाव में बह गया जिससे लगभग दो दर्जन से ज्यादा गांवों का संपर्क टूट गया।

इस पुल से हजारों लोग मुजफ्फरनगर की सीमा में जाकर गंगा किनारे खेती किया करते थे इसी खेती के सहारे इन किसानों के परिवार का पेट पल रहा था।

अचानक से पहाड़ों पर हुई जोरदार बारिश से गंगा में बढ़े जलस्तर से अब सैकड़ों किसानों को अपनी जान जोखिम में डालकर गंगा के तेज बहाव में नाव के सहारे गंगा पार जाना पड़ रहा है। किसानों का साफ तौर से कहना है कि गंगा में ज्यादा पानी आने के कारण अस्थाई पुल बह गया है

लेकिन किसानों को खेती करने के लिए अब नाव के सहारे गंगा पार जाना पड़ेगा और कई बार गंगा जब उफान पर होती है तो नाव हादसे का शिकार हो जाती है जिससे अब तक सैंकड़ो लोगो की जान भी चली गई है लेकिन उसके बावजूद भी जिला प्रशासन की नाकामी के चलते किसान इसी तरह अपनी जान जोखिम में डालकर खेती करने को मजबूर है।

उधर इस पुल से गुजरने वाले लोगों का कहना है कि कई बार प्रशासन से शिकायत करने के बावजूद भी आज तक पुल का निर्माण नहीं हो सका है। इस पुल को अस्थाई तौर पर दिवाली के बाद लोगों के आवागमन के लिए बनाया गया था लेकिन गंगा के तेज बहाव से इस पुल का आधा हिस्सा बह गया है।

आपको बता दें कि 2 साल पहले गंगा के तेज बहाव में नाव के डूबने से 20 से अधिक लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी थी लेकिन इसके बावजूद भी शासन प्रशासन द्वारा अभी तक स्थाई पुल का निर्माण नहीं कराया गया है

ताउते तूफान का असर, दो दर्जन से ज्यादा गांवों से टूटा संपर्क

बिजनौर से तुषार वर्मा की यह रिपोर्ट

©Bijnor Express

Recent Posts

जलालाबाद के अफ्फान राईन ने 15 साल की उम्र में कुरआन मजीद हिफ़्ज किया।

जनपद बिजनौर की तहसील नजीबाबाद की नगर पंचायत जलालाबाद के यामीन राइन के 15 वर्षीय…

1 week ago

बिजनौर से फिर से तीन लड़कियां हुई गायब।

बिजनौर से तीन लड़कियां हुई गायब। तीनों सहेलियों के गायब होने से मची अफरातफरी। तलाशने…

1 week ago

टीएमयू के कुलाधिपति को फिर अयोध्या आने के लिए मिला आमंत्रण

श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र- ट्रस्ट की ओर से तीर्थंकर महावीर यूनिवर्सिटी, मुरादाबाद के कुलाधिपति श्री…

1 week ago

ख़बरदार पाकिस्तान, पहलगाम में हुए आतंकी हमले के विरोध में सड़कों पर उतरे बिजनौर के मुसलमान

🔸नजीबाबाद मे आज़ाद समाज पार्टी ने निकाला केंडल मार्च पहलगाम में आतंकवादियों द्वारा किए गए…

7 months ago