बिजनौर/शेरकोट:- उत्तराखंड के अल्मोड़ा स्थित गाँव मे आदमखोर गुलदार का प्रकोप बहुत समय से जारी था जब अच्छे अच्छे निशानेबाज़ गुलदार को निशाना ना बना सके तब उत्तर प्रदेश के बिजनौर जिले के मशहूर निशाने बाज़ नवाब शाद बिन आसिफ को बिजनौर से स्पेशल इस आदमखोर गुलदार को मार गिराने के लिए आमंत्रण दिया था, व उन्होंने इस आमंत्रण को स्वीकार कर उस आदमखोर गुलदार से वहाँ के क्षेत्रवासियों को मुक्ति दिला कर अपने जिले को वापसी कर ली। बीती रात गुलदार को मार देने की सूचना मिलते ही बिजनौर जिले व उनके चाहने वालो मे खुशी की लहर दौड़ गयी ओर उनके आवास पर पहुँच कर उनके चाचा नवाब कासिफ विकार को मिठाई खिलाकर मुबारकबाद दी।
उत्तराखण्ड के अल्मोड़ा के भैसियाछाना ब्लॉक के डूंगरी ग्राम पंचायत के उडल गाँव मे आदमखोर गुलदार ने कई लोगो पर हमला कर उन्हें मार दिया था। जिसको लेकर वहाँ के लोगो घरों से बहार नहीं निकल पा रहे थे। ग्रामीणों के विरोध के बाद वन विभाग ने उक्त गुलदार को मारने का कदम उठाया परन्तु उसमें उनको कामयाबी बिजनौर जिले के एक व्यक्ति द्वारा मिली। मरहूम पूर्व चेयरमैन नवाब आसिफ विकार के बड़े बेटे नवाब शाद बिन आसिफ के नाम परमिट जारी होने पर गुलदार को मारने एक सप्ताह पूर्व पहुँचे नवाब शाद बिन आसिफ ने दिन रात गुलदार को तलाश करते हुए बृहस्पतिवार देर रात गुलदार को मार दिया है। गुलदार के मारने के वहाँ के रहने वाले ग्रामीणों मे खुशी ही लहर दौड़ गयी ओर नवाब शाद बिन आसिफ को धन्यवाद अदा किया।
वही इस बात का पता चलते ही उनके शुभंचितको ने दूरभाष पर उन्हें व उनके चाचा नवाब कासिफ विकारको मुबारकबाद दी। मुबारकबाद देने पहुँचे मोहम्मद उमर,परवेज खान,मतलुब बोस,वासिद बाबू,शरीफ अहमद पूर्व सभासद,नथ्थू सैनी पूर्व सभासद,नासिर सभासद,शहाबुद्दीन पूर्व सभासद, दिलशाद अहमद,गुड्डु सिद्दीकी,शमीम अहमद,शकील अहमद,मौलाना उबैदुर रहमान, कदीर अल्वी सहित आदि लोग मौजूद रहे। वही नवाब शाद बिन आसिफ इस से पूर्व भी लगभग सात गुलदार मार चुके है। गुलदार के मारने पर शेरकोट का ही नहीं बल्कि जिला बिजनौर का नाम रोशन किया है