बिजनोर भाजपा नगराध्यक्ष संजीव गुप्ता पर रिश्वतखोरी के आरोपों का सिलसिला थमने का नाम नही ले रहा हैं पहले सीएमओ से 50 हजार की हफ्ता वसूली फिर अपने ही पार्टी के आदमपुर मंडल उपाध्यक्ष से 50 हजार रुपये और महंगी शराब मांगने की ऑडियो सोशल मीडिया पर खूब वाइरल हुई ,मंडल उपाध्यक्ष रंजीत सैनी ने जिस की शिकायत भाजपा हाईकमान से की थी परंतु उस पर अभी तक कोई कार्यवाही नही हो पाई है,
नया मामला व्यापारियों को पुलिस से छुड़ाने के नाम पर 20 हजार की दलाली का हैं, नई बस्ती निवासी तपेश खुराना और हरप्रीत सिंह ने जिलाध्यक्ष को शपथ पत्र देकर आरोप लगाया लॉक डाउन के दौरान दुकान खोलने गए तो उन्हें पुलिस पकड़कर कर थाने ले आई उन्होंने जब नगर अध्य्क्ष संजीव गुप्ता को फोन किया तो तो वो थाने आये बोले कि तुम्हारी दुकान सील हो सकती है यदि मुकदमे से बचना है तो 20 हजार का खर्चा आयेगा और कोई मुकदमा नही होने दूंगा,
इन दोनों व्यापारियों ने अपनी जान बचाने के लिए नगर अध्यक्ष संजीव गुप्ता को तपेश खुराना ने 20 हजार और हरप्रीत ने 15 हजार रुपये दे दिए परन्तु रिश्वत के पैसे देने के बाद भी व्यापारियों को पुलिस ने नही छोड़ा और उल्टा महामारी एक्ट में मुकदमा दर्ज का लिया पीड़ित व्यापारियों ने जब अपने पैसे वापस मांगे तो संजीव गुप्ता ने उन्हें धमकाते हुए कहा कि पुलिस कोई पैसे वापस करती है क्या, पीड़ित व्यापारियों ने भाजपा जिला अध्यक्ष सुभाष बाल्मीकि को शपथ पत्र देकर कार्यवाही की मांग की हैं सूत्रों के अनुसार पुलिस ने 13 व्यापारियों को पकड़ा था जिन से संजीव गुप्ता ने पुलिस से छुड़ाने नाम पर मोटी रकम वसूली थी।
लगातार एक के बाद एक रिश्वतखोरी की इतनी शिकायतें आने के बाद भी पार्टी नगर अध्यक्ष पर कार्यवाही क्यों नही कर रहीं हैं अब यह सवाल खड़ा हो गया हैं,