▪️रेहड़ में रायल बंगाल टाइगर ने आबादी में घुसकर पालतू मवेशी को बनाया निवाला। पीड़ित पशुस्वामी ने की मुआवजा की मांग
बिजनौर के रेहड़ बाघ आरक्षित वन क्षेत्रों के सीमावर्ती गांव के लोग वन्यजीवों के आतंक के साये में जीने को मजबूर हैं। रायल बंगाल टाइगर द्वारा आबादी में घुसकर एक पालतू मवेशी को निवाला बनाये जाने से ग्रामीणों में दहशत फैल गयी। मौके पर पहुंची वन विभाग की टीम ने मौके का निरीक्षण कर पीड़ित पशुपालक को मुआवजा दिलाने की बात कही हैं
कार्बेट टाइगर रिजर्व व अमानगढ़ टाइगर रिजर्व के सीमावर्ती गाँव मालोनी में पशुपालक मलकीत सिंह पुत्र मंता सिंह की पशुशाला में घुसकर कर बाघ ने वहां बधी पालतू भैंस को निवाला बना लिया। आज सुबह घर के नजदीक गन्ने के खेत में पड़े भैंस के अवशेष को देखकर ग्रामीण भयभीत हो गये।
पीड़ित पशुपालक के द्वारा घटना की सूचना वन विभाग को देने पर मौके पर पहुंचे वन दरोगा भोपाल सिंह, वन रक्षक मजरूल हसन, सनी कुमार ने घटना स्थल का निरीक्षण किया। वन दरोगा भोपाल सिंह ने बताया कि पशुशाला से मिले वन्यजीव के पग चिन्ह बाघ के हैं। नियमानुसार कार्रवाई कर पीड़ित पशुस्वामी को मुआवजा दिलाने का प्रयास किया जायेंगा
बिजनौर एक्सप्रेस के साथ संवाददाता मौ शुऐब अफजलगढ़
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