जनपद बिजनौर की अफजलगढ़ शेरकोट की सीमा पर रामगंगा पर बने हरेवली बैराज पुल से एक कार अनियंत्रित होकर गंगा में गिर गई। इस हादसे में चार लोगों की मौत हो गई। ऑल्टो में पांच लोग सवार थे, इनमें से चार लोगों की मौके पर दर्दनाक मौत हो गई, जबकि एक की जान बच गई है।
फिलहाल कार और शवों को पुलिस की मदद से रेस्क्यू कर बाहर निकाल लिया गया। पुलिस ने मृतक के शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजने की तैयारी शुरू कर दी है।
बताया गया है कि ग्राम प्रधान रऊफ अहमद ने अभी 15 दिन पहले ही कार खरीदी थी। देर शाम प्रदर्शनी देखने के बाद उसी कार में सवार पांच युवक वापस अपने घर को लौट रहे थे।
जैसे ही वह हरेवली बैराज के पुल पर पहुंचे तो अचानक उनकी कार अनियंत्रित होकर डिवाइडर तोड़कर बैराज के अंदर रामगंगा नदी में जा गिरी। जिसके बाद कार गिरने की सूचना मिलने पर मौके पर सैकड़ों ग्रामीण एकत्र हो गए।
बताया गया कि गांव नूरपुर छीबरी के ग्राम प्रधान रऊफ अहमद के दो बेटे सिकंदर (20) और माहरुफ (28) मंगलवार शाम गांव के ही तीन युवकों खुर्शीद (38), अब्दुल रशीद, राशिद (23) और फैसल (22) के साथ अफजलगढ़ गए थे।
कार गिरने के बाद चारो अंदर फंसे हुए थे। जबकि इनमें से सिकंदर ने कार का शीशा फोड़ कार के ऊपर आकर चीख पुकार की आवाज लगाते हुए बचाओ बचाओ को चिल्लाना शुरू कर दिया।
इस दौरान हरेवाली बैराज पर मौजूद सुरक्षाकर्मियों सहित पुलिस कर्मियों को चीख-पुकार की आवाज सुनाई दी सुरक्षा कर्मियों व पुलिस कर्मियों की मदद से सिकंदर को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया है।
बाकी अन्य चार लोगों की कार में ही फंसे रहे वहीं हरेवली बैराज में कार डूबने के बाद करीब दो घंटे रेस्क्यू करने के बाद कड़ी मशक्कत के बाद कार को बाहर निकाला जा सका।
बताया जा रहा कि पांच थानों की पुलिस मौके पर पहुंचने के बाद ही रेस्क्यू किया गया। अफजलगढ़ सीओ अर्चना सिंह,कोतवाल धामपुर अवतार सिंह,कोतवाल स्योहारा धर्मेन्द्र सोलंकी, अफजलगढ़ क्राइम इंस्पेक्टर राजेश चौहान और अफजलगढ़ व शेरकोट पुलिस मौके पर पहुंच गई।
जिसके बाद पुलिस ने जेसीबी मशीन बुलाकर रेस्क्यू कर कार को बैराज से बाहर निकलवाने का प्रयास किया। लेकिन तमाम प्रयासो के बाद भी पुलिस जेसीबी से कार को बाहर नहीं निकाल पाई। जैसे-जैसे कार को निकालने में समय बढ़ता गया, वैसे-वैसे कार में भरते पानी के साथ उम्मीद भी टूटने लगी।
इसके बाद हाइड्रो बुलवाया गया। वहीं, कोई भी व्यक्ति नीचे उतरने की हिम्मत नहीं कर पाया। तब मौके पर मौजूद एक व्यक्ति हिम्मत कर हाइड्रा के तारों से नीचे लटककार नीचे पहुंचा और कार में हाइड्रा के तारों को कंस दिया, जिसके बाद बामुशिकल दो घंटे बाद हाइड्रा की मदद से गाड़ी को बाहर निकाला गया।
वहीं, कार में सवार चारों लोगों को पुलिस एंबुलेंस की मदद से अस्पताल ले गई, लेकिन डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। अगर समय रहते युवकों को मदद मिल जाती तो शायद इतनी बढ़ी घटना न पाती चारों की मौत होने से उनके परिजनों में कोहराम मचा है। उधर, गांव में मातम पसर गया है
बिजनौर एक्सप्रेस के साथ शुऐब क़ुरैशी
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