▪️108/102 एंबुलेंस सेवाएं दे रहें कर्मचारियों को भी कोरोना योद्धाओ का दर्जा मिलना चाहिए,
▪️एहम भुमिका के बाद भी विभिन्न संस्थाओं द्वारा सम्मानित नहीं होने पर अपने आप को ठगा महसूस कर रहे हैं,
#बिजनौर कोरोना महामारी में जहां कोरोना योद्धा बनकर डॉक्टर और पुलिस विभाग सामने आया है वही प्रदेश सरकार की महत्वकांक्षी योजना 108 एंबुलेंस और एएलएस एंबुलेंस भी कोरोना मरीजों के लिए वरदान साबित हुई,
बिजनौर जिले के डायल 108/102/ALS के डिस्ट्रिक्ट कोर्डिनेटर मनोज सिंह सामंत दिन रात अपनी 108/102/ALS टीम के साथ जनता की सेवा कर रहे हैं और कोरोना के काल में भी जनता की हर मुमकिन मदद की जा रही है
देश और प्रदेश के साथ जहां बिजनौर में कोरोना वायरस लोगों के लिए जी का जंजाल बन गया वहीं डॉक्टर और पुलिस विभाग सहित 108 एंबुलेंस और ए एल एस एंबुलेंस भी कोरोना वायरस पीड़ितों के लिए वरदान साबित हुई है बता दें कि बिजनौर में अब तक 1156 कोरोनावायरस पेशेंट आ चुके हैं जिनको ले जाने के लिए 14 108 एंबुलेंस और 3 एएलएस एंबुलेंस 24 घंटे अपनी सेवाएं दे रहे जिससे कोरोनावायरस मरीजों को चिन्हित कर तुरंत उपचार के लिए आइसोलेट किया जाता हैं,
एंबुलेंस पर तैनात चालक और स्टाफ के उत्कृष्ट कार्य को देखते हुए कई संस्थाएं एंबुलेंस चालक और स्टाफ कोरोना योद्धा अवार्ड से सम्मानित करने का मन बना रही हैं संस्थाओं के लोगों का कहना है कि जिस तरह कोरोना काल में सरकारी एंबुलेंस सेवाओं का लाभ लोगों को मिला है वह सराहनीय है और यही कारण है बिजनौर में मिले कोरोना वायरस संक्रमित लोग जल्द से जल्द ठीक होकर अपने घर लौट गए इसलिए डॉक्टर और पुलिस सहित एंबुलेंस चालक और स्टाफ को भी सम्मानित करना जरूरी है।
(बिजनौर एक्सप्रेस)