उत्तराखंड के वरिष्ठ पत्रकार समाजसेवी वह आम आदमी पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता “दर्शन डोहबाल” ने अपने फेसबुक अकाउंट पर उनके साथ हुई एक घटना का जिक्र करते हुए फोटो के साथ पोस्ट किया है जिसमें उन्होंने बताया है कि मेरे साथ इस तस्वीर मे जो शख्स दिखाई दे रहा है उसका नाम फिरोज आलम है, ये दिल्ली-देहरादून रूट पर चलने वाली इस बस का ड्राईवर है जो हम दोनों के पीछे खड़ी है
मै इस शख्स के साथ एक सेल्फी लेने के लिए इतना आतुर था जितना कोई किसी सेलीब्रेटी के साथ फोटो खिंचवाने के लिए भी नहीं हो सकता I मैने इनको फोन करके स्वयं Appointment मांगा कि आप जब भी देहरादून आओगे तो मुझे call करना मै ISBT आकर आपके साथ एक सेल्फी लेना चाहता हूँ
हालांकि मै इस शख्स को कुछ ईनाम देना चाहता था लेकिन इनके ईमान के आगे हर ईनाम छोटा पड़ जाता है I खैर आखिर मे बंदा एक दिन सुबह देहरादून पहुंचा और पहुँचते ही सुबह 6 बजे मुझे call किया, मै भी अपनी बुल्लेट से इन्हें मिलने ISBT पहुँच गया I सुबह सुबह का वक्त था ना नाश्ते का ना लंच करने का टाइम और ना ही उस वक्त कोई होटल खुला था तो हम एक चाय की छोटी सी टपरी पर बैठ गए और चाय मे ही दावत निपटा दी
बेटे ने किसी तरह उस बस एजेंसी का नंबर पता किया और फिर ड्राईवर का नंबर मिला I हमने बस ड्राईवर फिरोज आलम को फोन करके बताया कि हमारा पर्स आपकी बस मे छूट गया है कृपया एक बार ढूँढने का प्रयास करें I हालांकि उम्मीद बिल्कुल नहीं थी क्योंकि अगल बगल मे और सवारियां भी बैठी हुईं थी जो कि सब उतर चुके थे बस खाली हो चुकी थी और बेटे को पर्स का ध्यान तब आया जब वो देहरादून पहुँचने ही वाला था I
खैर हमारे आग्रह के बाद ड्राईवर फिरोज आलम ने स्वयँ बस मे जाकर देखा तो पर्स सीट के कॉर्नर पर पड़ा हुआ था और उस पर बस का पर्दा पड़ा हुआ था जिस कारण किसी को नजर नहीं आया पर्स मिलने के बाद फिरोज आलम ने मुझे तुरंत call किया और पर्स मिलने की जानकारी दी I साथ ही सभी डॉक्यूमेंट के फोटो भी मेरे WhatsApp पर भेज दिये और कहा कि मै ये पर्स किसी विश्वसनीय ड्राईवर के पास भेज दूँगा या फिर स्वयं लेते हुए देहरादून आऊंगा, आप निश्चिंत रहें
इसके अलावा फिरोज आलम ने कहा कि ये जो कैश है वो मै रख लेता हूँ और आपको मै G-Pay कर देता हूँ I उन्होंने मेरा G-Pay नंबर मांगा और तुरंत वो अमाउंट भी मुझे भेज दिया I जबकि अगर फिरोज आलम चाहता तो मुकर भी सकता था, क्योंकि बहाना अच्छा था कि शायद किसी पैसेंजर ने वो पर्स उठा लिया हो
लेकिन इस शख्स की ईमानदारी ने एक मिसाल पेश करते हुए ये साबित कर दिया है कि हिंदू हो या मुसलमान,जिसके पास है ईमान, वही सबसे बड़ा इंसान, उनका यह पोस्ट फेसबुक जमकर वायरल हो रहा है जिसपर उत्तराखंड निवासी फिरोज़ आलम और उनके ईमान की जमकर तारीफ कर रहे हैं
वहीं कमेंट बोक्स में “दर्शन डोहबाल” ने आगे कहा कि यह एक साधारण पोस्ट थी, मैने घटना का जिक्र किया, सच्चाई बयां कर दी भाई फिरोज आलम का उनकी ईमानदारी के लिए शुक्रिया तो बनता ही था मैने वो किया ताकि सोशल मीडिया के माध्यम से ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पहुंचे और लोग उनसे प्रेरित हों
इस पोस्ट पर फिरोज आलम की तारीफ मे सबसे पहले जब हिंदू भाइयों के सराहनीय कमेंट्स आने लगे तो मुझे बहुत अच्छा लगा बाद मे ये कमेंट्स मुस्लिम भाइयों ने पढ़े और उनका हौसला बढ़ाया बाद मे मैने कमेंट्स पढ़ने शुरू किये तो देखा कि हर धर्म, हर जाती के लोगों ने भाई फिरोज आलम की जमकर तारीफ की
मैने सोचा भी नहीं था कि इस पोस्ट पर लाइक, कमेंट्स और शेयर की इतनी बाढ़ सी आ जायेगी और ये तो कतई नहीं सोचा था कि इस पोस्ट के माध्यम से हिंदू, मुस्लिम, सिख ईसाई, सबके अंदर एक दूसरे के प्रति इतना प्रेम, सौहार्द और आदर सम्मान देखने को मिलेगा I
इसका मतलब ये हुआ कि सभी लोग प्यार, प्रेम और चैन ओ अमन से रहना पसंद करते हैं I इसलिए अगर हम लोग राजनीति से उपर उठकर और खास तौर पर आग मे बारूद डालने का काम करने वाले राजनीतिज्ञों के न्यूज चैनल देखना बंद कर दें तो पूरे देश मे अमन चैन होगा और देश तरक्की करेगा I मेरी बात आपको अच्छी लगी हो तो कृपया reply जरूर करें और मुझे इस पेज पर Follow जरूर करें ताकि इसी तरह प्रेम मोहब्बत के संदेश के साथ आप सभी मेरी अगली पोस्ट देख सकें I
आप सभी का बहुत बहुत शुक्रिया
©Bijnor express