▪️कब्र जैसी दिख रही चौकी तोड़ने के आदेश लेकिन झंडे होने की वजह से बढ़ा विवाद,
▪️अलीगढ़ के अकबराबाद में कुवैत की एक संस्था ने लगाएं थे 45 हैंडपंप,
India: अलीगढ़ में भारत के झंडे के साथ कुवैत का ध्वज लगे हैंडपंप के कब्र जैसे बन प्लेटफार्म तोड़े जायेंगे अकराबाद के गांव में कुवैत से जुड़ी संस्था द्वारा शिलालेख लगाने की बात प्राथमिक जांच में सामने आई है इस पर डीएम ने शिलालेख तोड़ने के आदेश दिए हैं। मामले में थाना अकराबाद में मुकदमा भी दर्ज हो चुका है।
छर्रा विधायक रवेन्द्र पाल सिंह ने बीते दिनों डीएम चन्द्रभूषण सिंह से शिकायत कर कहा था कि कुछ लोगों के द्वारा क्षेत्र के गांव खुर्रमपुर, अकराबाद में हैंडपंप लगाए जा रहे हैं। हैंडपंप लगाने के बाद एक शिलालेख लगाया जाता है। जिन पर अरबी भाषा में कुछ विवरण लिखा है। जिसमें एक तरफ भारत का ध्वज और दूसरी ओर #kuwait का ध्वज है।
वहीं भारत के ध्वज में आठ तिल्लियां बनी हैं। यह ध्वज का अपमान है। इस पर डीएम ने मामले की जांच को एसडीएम कोल अनीता यादव को जांच के आदेश दिए थे। नायब तहसीलदार मनीष कुमार ने जांच कर रिपोर्ट एसडीएम कोल को सौंप दी। जिसमें सामने आया कि अकराबाद के गांव खुर्रमपुर में धौर्रामाफी का रहने वाले व्यक्ति अब तक हैंडपंप लगवाता आया है।
जिसके द्वारा कुल 45 हैंडपंप गांव में लगवाए गए हैं। हैंडपंप लगवाने के लिए पैसा कुवैत की संस्था ने भेजा है। चन्द्रभूषण सिंह, डीएम ने बताया कि अकराबाद के गांव खुर्रमपुर में हैंडपंप के साथ लगाए गए भारत संग कुवैत का ध्वज लगी शिलापट्टिकाएं तोड़ने के आदेश दिए गए हैं। मामले की जांच जारी है।
हैंडपंप पर लगा कुवैत का चिन्ह एकता की निशानी : बिजेंद्र सिंह कांग्रेस के पूर्व सांसद चौ. बिजेंद्र सिंह ने कहा कि अकराबाद में लगाए गए हैंडपंप पर लगे कुवैत का चिन्ह देश के संविधान और राष्ट्र की एकता व धरोहर की निशानी है।
अकराबाद में हैंडपंप लगवाने वाले के खिलाफ दर्ज किया गया मुकदमा तत्काल खत्म होना चाहिए। उन्होंने कहा कि नैतिकता है तो भाजपा के सांसद व विधायक बताएं की दुनिया के सभी देशों के झंडे दोस्ती के पैगाम पर दिल्ली में भारतीय राष्ट्र ध्वज के साथ क्यों लगे हैं। कुवैत ने गरीबों, दलितों, पिछड़ों व मुस्लिमों को शिक्षा देने के लिए एएमयू को कई बार करोड़ों रुपये की धनराशि दी है।
साभार हिंदुस्तान काॅम