Bijnor: योगी सरकार के बजट मे किसान, मजदूर, बेरोज़गार नौजवान, और महिला सुरक्षा के लिए कोई प्रावधान नही।इसमें ऐसा कुछ नही जो किसान की आमदनी को दौगुना कर सके।
एमएसपी,पेट्रोल डीज़ल के बढ़ते दाम खाद ऊर्वरक, उन्नत बीज सिंचाई, इनमे से किसी भी बात पर यह बजट खरा नही उतरता जिससे हम कह सके कि यह किसान की आमदनी दौगुनी करने वाला किसान हितकारी बजट है।
महंगाई को ड़ायन बताने वाली भाजपा सरकार ने हर चीज़ पर दाम बढ़ाकर किसान की फ़सल लागत को ही दौगुने से भी ज़्यादा बढ़ा दिया है।और अब इस अंतिम बजट ने भी किसान व जनता को ठगने का ही काम किया गया है।यह बात समाजवादी छात्रसभा के प्रदेश सचिव सरफ़राज़ सिद्दीक़ी ने मीडिया को एक प्रेस नोट जारी कर कही।
सिद्दीक़ी ने कहा की नौजवानों को नौकरी के अवसर पैदा हो, महँगी शिक्षा से राहत मिले ऐसा कुछ भी इस बजट मे दिखाई नही देता।दौ करोड़ रोज़गार हर साल देने का वादा करने वाली सरकार ने सिर्फ़ अपने भाषण मे जुमले ही दागे हैं यही हाल इस बजट का भी है जिसमे योजनाओं को सुंदर नाम देकर जनता को भ्रमित करने की कोशिश की गई है
सड़क एवं एक्सप्रेस निर्माण कार्य जिस तरह पिछले चार बजट मे सिर्फ़ काग़ज़ी हवा हवाई बने है वैसे ही इस अंतिम बजट का हाल होगा।एक्सप्रेस वे के नाम पर लोकलुभावन धन राशि ज़मीनी स्तर पर कहीं उतरती नज़र नही आती।
अन्नदाता की बजट मे फ़िक्र जताने वाले पहले यह बताए सिंचाई के नाम पर किसान के ट्यूबवेल का बिजली बिल कम करने के लिए क्या इंतज़ाम है।खाद की बोरी जो पहले पचास किलो की होती थी उसमे भी पाँच किलो कम करके और दाम बढ़ाकर कैसे अन्नदाता की आय बढ़ाओगे इसको लेकर बजट मे क्या व्यवस्था की गई है।
महिला सशक्तीकरण की बात करने वाली भाजपा सरकार के बजट मे बेटियों की सुरक्षा कैसे सुनिश्चित हो इसको लेकर बजट सिर्फ़ एक जुमला ही साबित होता है।
क्यूँकि यह सरकार का अंतिम बजट है इसे अगर आने वाले चुनाव का घोषणा पत्र कहे तो ग़लत ना होगा।पिछले चार बजट ने उत्तर प्रदेश को जब कुछ नही दिया तो इससे भी ज़्यादा उम्मीद रखना बेमानी होगा।यह पेपरलेस बजट भी विकासलेस और उत्तर प्रदेश की भाजपा सरकार का अंतिम बजट साबित होगा,
(बिजनौर एक्सप्रेस)