🔹मालन नदी के किनारे नजीबाबाद क्षेत्र में सबसे अधिक होता है दूषित पानी का उपयोग
Bijnor: आज हम आपको ऐसी खबर से रूबरू कराना चाहते हैं जो कि आम जनता को सोचने व स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ करने जैसा है ।
आपको बताते चलें की जनपद बिजनौर के अलग-अलग शहरों में चांदपुर/ धामपुर व नजीबाबाद में बह रहे गंदे नाले के आसपास सब्जियों की खेती बड़े स्तर पर सब्जियों की खेती की जाती है
गौरतलब है कि इन नालों में शहर का कचरा व दूषित पानी बहता है उसी में सब्जी विक्रेता सब्जियां धो धोकर आम जनों के घरों पर पहुंचा रहे हैं इस दूषित पानी में सब्जियां धोने से तरह-तरह के बैक्टीरिया सब्जियों में घुस जाते हैं,
और वही जनता सब्जी मंडी से खरीद कर अपने घरों में ले जाती है जिससे इन शहरों के लोगों में संक्रमित होने का बहुत बड़ा खतरा है,
आप को बताते चलें जनपद बिजनौर के नजीबाबाद में बह रही संतो मालन जिसमें पूरे शहर का दूषित वह गंदा पानी बहता है उसके चारों तरफ सब्जी की खेती होती है
सब्जी वाले सब्जी को उस दूषित पानी में धोकर सब्जी मंडी तक ले जाते हैं जहां पर लोग उनकी
खरीदारी करते हैं तरह-तरह के पानी से सब्जियां संक्रमित हो जाती है,
लोग उन्हीं सब्जी को खाने को मजबूर है कृषि वैज्ञानिक नरेंद्र सिंह ने बताया है कि इस दूषित पानी में सब्जी धोने से तरह-तरह के बैक्टीरिया सब्जियों में घुस जाते हैं और कहीं ना कहीं वह जनता की सेहत के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं।
और प्रशासन अपनी आंख बंद करके उसका तमाशा देख रहा है लोगों की जान को खतरे में डालने का काम हो रहा है और यह मालन नदी जहां तक जाती है
वहां तक लोगों में संक्रमण फैलने का खतरा बना हुआ है एक तरफ देश में अभी कोरोना चल रहा है
वहीं दूसरी तरफ प्रशासन नई बीमारी को जन्म देने की शुरुआत कर रहा है
एक तरफ देश के प्रधानमंत्री बार-बार आकर के लोगों को स्वच्छता के प्रति जागरूक करने का काम कर रहे हैं वही कुछ प्रशासनिक अधिकारी देश के प्रधानमंत्री के मंसूबों पर पानी फेरने का काम कर रहे हैं और उनके द्वारा दिए जा रहे हैं संबोधन को हवा हवाई में ले रहे हैं,
बिजनौर से रोहित कुमार की ये खास रिपोर्ट