केंद्र व राज्य सरकार द्वारा स्वच्छ भारत अभियान के नाम पर लाखों, करोडों रुपये खर्च किया जा रहा है, लेकिन जिला प्रशासन व नगर पालिका की अनदेखी लापरवाही की वजह से सिविल न्यायालय परिसर में इन दिनों स्वच्छ भारत अभियान की धज्जियां उड़ रही हैं,
समय पर साफ सफाई नही होने के कारण झाड़ियों का अंबार लगा है जिससे झाड़ियों की विषैले जीवों का खतरा बना हुआ है वहीं पानी के टैंक भी खुले पड़े है जिसमें गंदगी जमा हो रही जिससे बीमार होने का खतरा बना। इन्हीं कारणों से अधिवक्ताओं में रोष है
आपको बता दे कि जनपद बिजनौर में सिविल न्यायालय नजीबाबाद परिसर में अधिकवक्ताओं ने दोपहर 12.30 बजे रोष जताते हुए नज़ीर को बिना ढक्कन के पानी का टैंक जिसमें बंदर, पक्षियों आदि की गंदगी पड़ी हुई थी दिखाते रोष जताया।
अधिवक्ताओं ने बार संघ के अध्यक्ष कसीम अहमद को बुलाया और न्यायालय परिसर के खड़ी झाड़ियों व गंदे पानी के बारे में अवगत कराया। इस सम्बन्ध में असलम मुंशी द्वारा न्यायालय के नाजिर से वार्तालाप की गई तो उन्होंने आरोपों को नकारते हुए टैंक का भौतिक निरीक्षण कराने की बात कही
जिस पर वहां उपस्थित अधिवक्ताओं में से कसीम अहमद एडवोकेट, हरेंद्र एडवोकेट, अब्दुल वफ़ा, नजाकत अली, आदि अधिवक्ताओं ने खुले टैंक का भौतिक निरीक्षण कराया जिसमें बहुत सारी गंदगी मौजूद थी पानी पीने के लायक नहीं था
इसी संबंध में नजीबाबाद बार संघ के अध्यक्ष कसीम अहमद और हरेंद्र सिंह एडवोकेट ने प्रेस नोट के माध्यम से अवगत कराया कि बाह्य न्यायालय परिसर नजीबाबाद में पीने के साफ पानी की व्यवस्था तक नहीं जबकि माननीय उच्च न्यायालय से साफ सफाई और सभी जरूरतमंद चीजों के लिए उचित धनराशि भी उपलब्ध की जाती हैं। पूरे परिसर में गंदगी का ढेर लगा हुआ है झाड़िया भी बहुत बड़ी बड़ी हो रखी जिसकी कोई साफ सफाई का भी ध्यान नहीं दिया जा रहा हैं।
जिससे परिसर में आने वाले अधिवक्ताओं और फरियादियों के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ हो रहा हैं। न्यायालय परिसर उपस्थित भीम सिंह एडवोकेट, असलम एडवोकेट, अनस, जावेद, इकबाल, अकरम एडवोकेट, गौरव एडवोकेट, सुल्तान एडवोकेट, फहीम अंसारी आदि अधिवक्ताओं में रोष व्याप्त हैं
बिजनौर एक्सप्रेस के साथ नसीम अहमद नजीबाबाद
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