New Delhi: भारत में पिछले 24 घंटो में 216,850 नये करोना पोजिटिव मरीज़ मिले हैं वहीं +1,183 लोगो की मौत हो गई हैं, वहीं पिछले एक हफ्ते की बात करे तो आंकड़े चौकाने वाले आ रहे हैं, एक सोर्स के अनुसार भारत में पिछले एक हफ्ते में 10 लाख से अधिक कोरोना संक्रमित मरीज़ मिले हैं,
Kumbh mala: वहीं हरिद्वार कुंभ मेले में शामिल हुए निर्वाणी अखाड़ा के महामंडलेश्वर कपिल देव की कोरोना संक्रमित होने के बाद नोएडा के अस्पताल में मृत्यु हो गई हैं,
हरिद्वार कुंभ मेले में विगत पांच दिनों 1701 कोरोना संक्रमितों की पुष्टि हुई है। सूत्रीय जानकारी के अनुसार 12 अप्रैल को सोमवती अमावस्या और 14 अप्रैल को मेष संक्रांति के मौके पर लगभग 48.51 लाख लोगों ने शाही स्नान में भाग लिया था
हरिद्वार जिले के मुख्य चिकित्सा अधिकारी शंभु कुमार झा ने वृहस्पतिवार को बताया कि यह संख्या पांच दिनों में भिन्न भिन्न अखाड़ों के साधु-संतों व उनके अनुयायियों के किए गए आरटी-पीसीआर और रैपिड एंटीजन टेस्ट की है। इसमें हरिद्वार से लेकर देवप्रयाग तक का पूरा मेला क्षेत्र शामिल है।
हरिद्वार में पिछले 3 दिन में केस
12 अप्रैल 408 कोरोना केस
13 अप्रैल 594 कोरोना केस
14 अप्रैल 525 कोरोना केस
उपरोक्त कुंभ में बढ़ते कोरोना के मामले पर कुंभ मेला IG संजय गुंज्याल का भी साफ कहना है कि इतनी भीड़ में अगर हम सोशल डिस्टेंस की बात करेंगे तो भगदड़ मचने के चांस बन सकते हैं लिहाज़ा सिर्फ शालीनता से कहा जा सकता है, कानूनी डर बिल्कुल भी नहीं दिखाया जा सकता है। मगर पुलिस टीम लगातार जागरूक करने का काम कर रही है
हरिद्वार कुम्भ मेला 2021 निरंजनी अखाडे ने की कुंभ समाप्ति की घोषणा, जानिए और क्या बोले:- श्रीमहंत रवींद्र पुरी महाराज,
श्री पंचायती अखाड़ा श्री निरंजनी अखाड़े ने कुंभ माह समाप्ति की घोषणा की है। अखाड़े के सचिव और अखाड़े के कुंभ प्रभारी श्रीमहंत रवींद्र पुरी महाराज ने गुरुवार शाम यह घोषणा करते हुए हरिद्वार कुंभ में आए अखाड़े के सभी संत- महात्माओं से कुंभ समाप्त कर अपना अपना छत्र कमंडल लेकर मूल स्थानों पर लौट जाने का अनुरोध किया है।
पत्रकारों से बातचीत में श्री महंत रवींद्र पुरी ने कहा है कि 27 अप्रैल चैत पूर्णिमा का स्नान वह लोग प्रतीकात्मक करेंगे। संतों की भीड़ नहीं रहेगी, केवल प्रमुख संत अकेले जाकर स्नान करेंगे। कोई शाही जुलूस नहीं निकलेगा और ना ही शाही स्नान होगा। उन्होंने कहा कि सभी संत महात्मा जो बाहर से आए थे, उन्हें लौटने का अनुरोध कर लिया गया है और 17 अप्रैल तक अखाड़ा परिसर बाहर से आने वाले संतों से खाली हो जाएगा।
वहीं, आनंद अखाड़े के आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी बालकानंद गिरी ने भी अपने अखाड़े के कुंभ की समाप्ति की घोषणा की उन्होंने कहा कि चैत पूर्णिमा का स्नान अखाड़े के स्थानीय संत प्रतीकात्मक रूप में करेंगे ट बाहर से आए संतों और भक्तों को वापसी के लिए कहा गया है अब ना तो शाही स्नान होगा और ना ही शाही जुलूस निकलेगा।
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