Bijnor: रामपुर में जौहर अली ट्रस्ट यूनिवर्सिटी की भूमि पर सरकारी कब्जा किए जाने के विरोध में समाजवादी पार्टी के जिला अध्यक्ष राशिद हुसैन व नजीबाबाद विधायक हाजी तस्लीम के नेतृत्व में सपा कार्यकर्ताओं ने राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपते हुए इस कार्रवाई को रोके जाने की मांग की है
सपा कार्यकर्ताओं ने एडीएम अवधेश मिश्रा को ज्ञापन सौंपा जिसमें मांग करते हुए कहा गया कि रामपुर के सांसद मोहम्मद आजम खान द्वारा रामपुर में देश व प्रदेश के छात्र छात्राओं की पढ़ाई के लिए यूनिवर्सिटी का निर्माण किया गया था लेकिन आज बड़े अफसोस की बात है कि शिक्षा के मंदिर को बर्बाद करने के लिए कुछ प्रदेश की योगी सरकार तरह-तरह के हथकंडे अपना रही है सरकार ने जिस तरह से यूनिवर्सिटी को बर्बाद करने के लिए यूनिवर्सिटी की 72 हेक्टेयर भूमि अपने कब्जे में लेने का ऐलान किया है वह सरासर गलत है,
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©Bijnor Express
सपा द्वारा सौंपा गया ज्ञापन में देश के राष्ट्रपति से मांग करते हुए कहा गया कि अपने अधिकारों का प्रयोग कर राष्ट्रपति महोदय छात्र-छात्राओं के भविष्य को ध्यान में रखते हुए यूनिवर्सिटी को जमीन दिए जाने की कार्रवाई करें ताकि देश का नौजवान पढ़ लिख कर आगे बढ़ सके और देश और प्रदेश का विकास हो सके,
Najibabad: तो वहीं नजीबाबाद में कल दिन शनिवार दोपहर 12 बजे पूर्व चेयरमैन व् चेयरपर्सन पति ‘मोहम्मद मोअज़्ज़म खान एड.’ के आवास पर एक आल पार्टी मीटिंग (All-party-meeting) रखी गयी है जिस में समाजवादी पार्टी , बहुजन समाज पार्टी , कांग्रेस पार्टी , AIMIM , व कम्युनिस्ट पार्टी के कार्यकर्ता और ज़िम्मेदार शामिल रहें,
इसके अलावा नगर नजीबाबाद के उलेमा-ए-इकराम , डॉक्टर साहिबान , वकील साहिबान , और समाजसेवी भी शामिल रहे, यह मीटिंग बुलाने का मक़सद सरकार द्वारा ‘मोहम्मद अली जौहर यूनिवर्सिटी’ की सैकड़ों बिगाह ज़मीन बेबुनियाद इल्जामात लगा कर सरकार द्वारा अधिग्रहण करने की कार्यवाही के ख़िलाफ़ अपना विरोध दर्ज करने के लिए बुलाई गयी है इसी विषय को लेकर उप जिलाधिकारी बृजेश कुमार को ज्ञापन सौंपा गया
मीटिंग मोहम्मद आज़म खान (पूर्व कैबिनेट मंत्री) द्वारा स्थापित मोहम्मद अली जौहर यूनिवर्सिटी (रामपुर) की सैकड़ों बिगाह ज़मीन जिस पर बेशक़ीमत यूनिवर्सिटी की इमारतें बानी हुई हैं , उन्हें सरकार द्वारा बेबुनियाद इल्जामात लगाकर यूनिवर्सिटी को तबाह व् बर्बाद करने के नापाक इरादे से व् षड्यंत्र रच कर अधिकृत करने के विरोध में आयोजित की गयी,
इस मीटिंग की सदारत जमीयतुल उलेमा नजीबाबाद के सदर मौलाना मोहम्मद असलम साहब ने की, इस मौके पर मोहम्मद मोअज़्ज़म खान ने कहा की मोहम्मद अली जौहर यूनिवर्सिटी सिर्फ आज़म खान साहब की ही नहीं है बल्कि इसको बनाने में अधिकाँश भारतियों ने मज़हब व् जाती से ऊपर उठकर इसे बनवाने में अपना योगदान दिया है,
मोहम्मद आज़म खान साहब ने सर सय्यद अहमद खान और मदन मोहन मालवीय के क़दमों पर चल कर एक एक रूपया चंदे का इखट्टा कर के ये यूनिवर्सिटी क़ायम की है ताकि हर मज़हब और जाती के लोग सस्ती और बेहतर तालीम उस से हासिल कर सके उन्होंने कहा के जो ताक़त भी इस शिक्षा के मंदिर को तोड़ने की कोशिश करेगी उसका मुक़ाबला जान-माल की कुर्बानी देकर और भारतीय संविधान के दायरे में रह कर आंदोलन कर मुक़ाबला किया जाएगा, मीटिंग के बाद उपजिलाधिकारी के माध्यम से एक ज्ञापन सौंपा गया,
रामपुर में आज़म खां द्वारा बनायी गयी मोहम्मद अली जौहर यूनिवर्सिटी पर सरकारी अधिग्रहण के खिलाफ़ नजीबाबाद में सभी दलों के नेताओं व समाजसेवियों ने जताई नाराज़गी
बिजनौर से हमारे सवांददाता आकिफ अंसारी और नजीबाबाद से सोनू आदित्य की यह खास रिपोर्ट