🔹डॉ. फात्मा के खिलाफ 34 मुकदमे दर्ज हैं, इन सभी में उनको जमानत मिल चुकी है, पति और बेटे के साथ 398 दिन तक जेल में रहीं
Uttar Pradesh: रामपुर से सपा पार्टी के कद्दावर नेता व पूर्व कैबिनेट मंत्री मौजूदा सांसद आजम खां की पत्नी विधायक डॉ. तजीन फातिमा कल सोमवार शाम को जिला कारागार से रिहा हो गईं हैं। वह अपने पति आज़म खां व छोटे बेटे अब्दुल्ला आज़म के साथ जेल में 298 दिन रहीं। बुजुर्ग विधायक जेल के महिला बैरक में थीं। अभी उनके पति आजम खां व बेटे अब्दुल्ला आजम सीतापुर जेल में ही हैं,
जेल प्रशासन ने काफी सुरक्षा व्यवस्था के बीच इन्हें साेमवार शाम 7.25 बजे जेल से रिहा किया है। 70 वर्षीय महिला विधायक की रिहाई पर उनकी बहन तनवीर फातिमा और बड़े बेटे अदीब आजम व बहू सिदरा के साथ दोनों पोती भी आई थी। हालांकि, इस दौरान परिवारजनों ने मीडिया से कोई बात नहीं की। डॉ. तजीन की रिहाई पर गाजियाबाद के एमएलसी आशू मलिक भी जिला कारागार पहुंचे।
सीतापुर जेल अधीक्षक डीसी मिश्र ने बताया कि कोर्ट से जमानत का आदेश मिलने के उपरांत प्रक्रिया पूरी डॉ. तजीन को रिहा कर दिया गया है।
शुक्रवार को कोर्ट ने दो मामलों में उनकी उम्र और बीमारी को देखते हुए जमानत मंजूर की थी। इसके बाद उनकी रिहाई का रास्ता साफ हो गया था। मुकदमे दर्ज होने के बाद कोर्ट में हाजिर न होने पर सांसद आजम खां, डॉ. तजीन फात्मा और अब्दुल्ला आजम के खिलाफ कुर्की का आदेश जारी हो गया था।
इसके बाद तीनों ने 26 फरवरी को कोर्ट में आत्मसमर्पण कर दिया था। एक रात रामपुर जेल में रखने के बाद प्रशासन ने सुरक्षा कारणों से तीनों को अगले ही दिन सीतापुर की जेल भेज दिया था, तभी से तीनों सीतापुर जेल में थे। शुक्रवार को दो मामलों में जमानत मिलने के बाद विधायक डॉ. तजीन फात्मा की रिहाई का रास्ता साफ हो गया था
सोमवार को रामपुर से परवाना सीतापुर की जेल भेज दिया गया था। उनके जेल से रिहा होने की संभावना के मद्देनजर डॉ. फात्मा के पुत्र अदीब आजम, बहू
सिदरा, सपा जिलाध्यक्ष अखिलेश कुमार, पूर्व विधायक विजय सिंह और पूर्व जिलाध्यक्ष ओमेंद्र सिंह चौहान समेत उनके कई समर्थक सीतापुर की जेल पहुंच गए थे।
जेल से छूटने के बाद पूर्व विधायक के आवास पर पहुंची सीतापुर की जेल से रिहा होने के बाद डॉ. तजीन फात्मा समर्थकों के साथ सीतापुर में सपा के पूर्व विधायक अनूप गुप्ता के आवास पर पहुंचीं। सपा जिलाध्यक्ष अखिलेश कुमार ने बताया कि अनूप गुप्ता पार्टी के पुराने सिपाही हैं। सपा जिलाध्यक्ष ने बताया कि डॉ. फात्मा पहले से कुछ कमजोर जरूर हो गई हैं, लेकिन उनका आत्मविश्वास पहले की तरह ही है। जेल से बाहर आने के बाद डॉ. फात्मा ने बड़ी ही बेबाकी से पत्रकारों के सवालों का जवाब दिया
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