दिल्ली से मेरठ रेल से सफर करने वाले यात्रियों के लिए खुशखबरी है. नेशनल कैपिटल रीजन ट्रांसपोर्ट कॉरपोरेशन (NCRTC) की निर्धारित समय पर ट्रेन चलाने की पूरी तैयारी है. रैपिड का पहला कोच ट्रायल के लिए दुहाई पहुंच चुका है. साहिबाबाद से दुहाई तक ट्रेन का ट्रायल इस साल मई से शुरू हो जाएगा. वहीं, अगले साल से ट्रेन से सफर शुरू हो जाएगा. दुहाई डिपो में एक किमी लंबे ट्रायल ट्रैक और 12 रनिंग ट्रैक बिछाने का काम 90 फीसदी पूरा हो चुका है.
इसे भारत की पहली रीजनल ट्रेन कहा जा रहा है जो 180 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से दौड़ेगी. इसे मिनी सेमी बुलेट ट्रेन भी बोल सकते हैं. एक्सपर्ट का मानना है कि जब ये ट्रेन शुरू हो जाएगी तो महज 50 से 55 मिनट में आप दिल्ली पहुंच जाएंगे.
सुविधाओं की बात करें तो आपको रैपिड रेल के कोच में एडजेस्टेबल चेयर, वाईफाई की सुविधा, ट्रेन में मोबाइल USB चार्जर, बड़ी बड़ी खिड़कियां, इंटेग्रेटेड ऐसी सिस्टम, ऑटोमेटिक डोर कंट्रोल सिस्टम, समान रखने की जगह, ड्राइवर से बातचीत के लिए सिस्टम, डायनेमिक रुट मैप, इंफोटेंटमेंट सिस्टम जैसी तमाम सुविधाएं देखने को मिलेंगी.
रैपिड रेल कि खासियत
रैपिड रेल में मरीजों, महिलाओं और दिव्यांगों का ख़ास ख्याल रखा गया है. अगर किसी मरीज को मेरठ से दिल्ली रेफेर किया जाता है तो इसके लिए कोच के आखिरी डिब्बे में स्ट्रेचर का इंतेज़ाम किया गया है ताकि कम कीमत में मरीज़ को दिल्ली पहुंचाया जा सके. इसके साथ महिलाओं के लिए अलग कोच की व्यवस्था की गई है. इसके अलावा दिव्यांगों के लिए अलग सीट्स तैयार की गई है

दिल्ली से मेरठ तक होंगे 24 स्टेशन
दिल्ली से गाजियाबाद होते हुए मेरठ तक के रैपिड रेल कॉरिडोर पर कुल 24 स्टेशन होंगे। इसमें सराय काले खां, न्यू अशोक नगर, आनंद विहार, साहिबाबाद, गाजियाबाद, गुलधर, दुहाई, मुरादनगर, मुरादनगर डिपो, मोदीनगर साउथ, मोदीनगर नॉर्थ, परतापुर, रिठानी, शताब्दी नगर, ब्रह्मपुरी, मेरठ सेंट्रल, बेगमपुल, एमईएस कॉलोनी, दौराली मेट्रो, मेरठ नॉर्थ और मोदीपुरम स्टेशन शामिल हैं।
1. दिल्ली से मेरठ का सफर में कितना टाइम लगेगा?
आरआरटीएस कॉरिडोर का काम पूरा होने का बाद दिल्ली से मेरठ महज 60 मिनट के भीतर पहुंचा जा सकेगा।
2. एक घंटे में एक तरफ से कितने लोग सफर कर सकेंगे?
इस ट्रेन में प्रति घंटा एक तरफ से 60 हजार से 80 हजार लोग सफर कर सकेंगे।
3. एक ट्रेन में अधिकतम कितने लोग आ-जा सकेंगे?
इस सेमी हाईस्पीड ट्रेन में एक बार में करीब 1800 लोग सवार हो सकेंगे।
4. एक ट्रेन में कितने कोच होंगे?
एक ट्रेन में 6 कोच होंगे। ट्रेन के कोच की संख्या बढ़ाकर 9 तक की जा सकेगी।
5. एक ट्रेन में कितने लोगों के बैठने की सुविधा होगी?
एक ट्रेन में 400 लोगों के बैठने की सुविधा उपलब्ध होगी।
ट्रेन का टिकट कैसे लिया जा सकेगा?
6. इस कॉरिडोर पर यात्रा के लिए एनसीआरटीसी स्मार्ट कार्ड या मेट्रो और किसी अन्य अथॉरिटी की तरफ से जारी ट्रैवल कार्ड का भी यूज कर सकेंगे। इसके अलावा डिजिटल और पेपर क्यूआर कोड वाले टिकट भी जारी किए जाएंगे। साथ ही यात्री एनसीआरटीसी के मोबाइल ऐप से डिजिटल क्यूआर टिकट और कार्ड आदि भी रिचार्ज करा सकेंगे
8 मार्च 2019 को पीएम मोदी ने रखी थी आधारशिला
पीएम नरेंद्र मोदी ने 8 मार्च 2019 को इस प्रोजेक्ट की आधारशिला रखी थी। इस प्रोजेक्ट पर 30,274 करोड़ रुपये खर्च आने की उम्मीद है। यूपी सरकार इसके लिए 6048 करोड़, दिल्ली सरकार 1180 करोड़ और केंद्र सरकार 5872 करोड़ रुपये देगी।
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