▪️बिजनौर में पूर्व पीएम इंदिरा गांधी की 73 किलो चांदी का वारिस कौन।
▪️बिजनौरवासियों ने इंदिरा गांधी को चांदी से तौला था।
बिजनौर में पिछले 50 सालों से पूर्व प्रधानमंत्री स्व० इंदिरा गांधी की 73 किलो चांदी की अमानत संभाल कर रखी हुई है। कोषागार के तत्कालीन अधिकारियों द्वारा इस चांदी के सम्बंध में प्रदेश सरकार से भी राय मांगी गई लेकिन वहां से भी कोई जवाब नहीं आया था। नाही इस अमानत के लिए अभीतक किसी ने दावा किया है। इस तरह इंदिरा गांधी की अमानत आज भी बिजनौर कोषागार में रखी हुई है।
आप को बता दें कि बिजनौर के कालागढ़ में एशिया का सबसे बड़ा मिट्टी का बांध बनाया जाना था जिसका निर्माण चल रहा था और इसका धन्यवाद देने के लिए बिजनौर के लोगों ने सन 1972 में पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी को कालागढ़ में बन रहे बांध कार्य के निर्माण के दौरान आमंत्रित किया था। कार्यक्रम के दौरान सभा में लोगों ने इंदिरा गांधी को चांदी से तोला था जिसका वजन 72 किलो के आस पास था।
कार्यक्रम के खत्म होने के बाद वापस जाते समय इंदिरा गांधी इस भेंट को अपने साथ नहीं ले गई थी। तत्कालीन प्रशासन ने इस चांदी को बिजनौर के जिला कोषागार में रखवा दिया और तब से लेकर आज तक इंदिरा गांधी की अमानत यंहा रखी हुई है। वर्तमान में जिले के वरिष्ठ कोषाधिकारी सूरज कुमार सिंह का कहना है कि यह चांदी तभी वापस की जा सकती है जब पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय इंदिरा गांधी के परिवार का कोई सदस्य इस पर दावा करे
बिजनौर में पूर्व पीएम इंदिरा गांधी की रखी 73 किलो चांदी का वारिस कौन। बिजनौरवासियों ने इंदिरा गांधी को चांदी से तौला था। आप यह पूरी रिपोर्ट हमारे यू टयूब चैनल bijnor express पर भी देख सकते हैं लिंक नीचे मौजूद हैं
बिजनौर से हमारे संवाददाता तुषार वर्मा की रिपोर्ट।
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