बिजनौर:- उत्तर प्रदेश में कोरोना का संक्रमण तेजी से फ़ैल रहा है। इसी कड़ी में मंगलवार को यूपी के डीजी जेल आनंद कुमार ने आदेश जारी करते हुए रक्षाबंधन के मौके पर जेल के अंदर भाइयों को राखी बांधने पर रोक लगा दी है। आनंद कुमार ने कहा कि राज्य के विभिन्न जेलों में बंदियों के कोरोना संक्रमित निकलने के बाद प्रशासन द्वारा विशेष सतर्कता बरती जा रही है. उन्होंने बताया कि कारागार विभाग द्वारा सभी जेलों के बाहर रक्षाबंधन डेस्क बनाया गया है,जहां पर बहनें जेल में बंद अपने भाइयों के लिए लिफाफे में राखी, टीका और चावल दे सकती हैं।वहीं महिलाओं को लिफाफे में बंदी, पिता का नाम और बैरक नंबर लिख कर देना होगा।
जिला बिजनौर में जेल के गेट तक राखी भिजवा सकती गई बहनें। जिला बिजनौर कारागार में बंद बंदियों के लिए राखी भिजवाने के लिए विशेष इंतेजाम किए गए है। कोरोना के चलते मुलाकात के बंद होने की वजह से बहने अपने भाईयों को 28 जुलाई से राखी जिला कारागार गेट पर भिजवा सकती है। जेल अधीक्षक शैलेंद्र प्रताप सिंह ने बताया कि एक अगस्त की शाम तक जिला कारागार के गेट पर राखी स्वीकार की जाएंगी।
डीजी जेल आनंद कुमार ने बताया कि चिट्ठियों को सैनिटाइज करने के बाद जेल प्रशासन 3 अगस्त यानी की रक्षाबंधन के दिन कैदियों को देगा। रक्षाबंधन के दिन जेलों में प्रशासन ने विशेष भोजन बनवाने के निर्देश भी दिए हैं। उधर, मिठाई पर प्रतिबंध रहेगा, बता दें कि यूपी में परंपरा रही है जेल में कैद बंदियों को राखी बांधने के लिए उनकी बहनें जेल आती हैं। इस मौके पर जेल प्रशासन सारा इंतजाम करता है. हालांकि इस बार कोरोना संक्रमण के चलते जेल में रक्षाबंधन संभव नहीं हो पाएगा।