🔹भाजपा विधायक बोले- जिन्हें हिंदुस्तान पसंद नहीं वो पाकिस्तान जाएं
Bihar AIMIM: असदउद्दीन ओवैसी की राह पर चले ऑल इंडिया मजलिस ए इत्तेहादुल मुसलेमीन के नवनिर्वाचित विधायक अख़्तर उल ईमान,
Bihar: बता दें कि आज बिहार में सभी नवनिर्वाचित विधायकों को शपथ दिलाई जा रहीं हैं इसी दौरान AIMIM के नवनिर्वाचित विधायक अख्तरुल ईमान ने शपथ के दौरान हिंदुस्तान शब्द पर आपत्ति जताई। उन्होंने शपथ पत्र में लिखे ‘हिन्दुस्तान’ शब्द को बोलने से इनकार किया और उसकी जगह ‘भारत’ का इस्तेमाल किया।
विधायक अख्तरुल ईमान का कहना था कि हिंदी भाषा में भारत के संविधान की शपथ ली जाती है। ऐसे में मैथिली में भी हिन्दुस्तान की जगह भारत शब्द का ही इस्तेमाल किया जाता है। लेकिन उर्दू में शपथ लेने के लिए जो पत्र मुहैया कराया गया है उसमें भारत की जगह हिंदुस्तान शब्द का इस्तेमाल किया गया है, विधायक ने कहा कि वह भारत के संविधान की शपथ लेना चाहते हैं ना कि हिंदुस्तान की संविधान की। इस संबंध में प्रोटेम स्पीकर जीतन राम मांझी ने आपत्ति जताते हुए कहा कि यह कोई पहली बार नहीं हो रहा है। यह परंपरा रही है और हिंदुस्तान शब्द का इस्तेमाल पहले से होता आ रहा है। हालांकि प्रोटेम स्पीकर की इस बात का एआईएमआईएम विधायक पर कोई असर नहीं पड़ा,
इस पर भाजपा के एक अन्य विधायक प्रमोद कुमार ने भी आपत्ति जताते हुए कहा कि ये हमारे देश की बदकिस्मती है जहां लोगों को हिंदुस्तान बोलने पर ऐतराज है। देश की जनता ऐसे लोगों को कभी माफ नहीं करेगी। कांग्रेस विधायक आनंद शंकर ने भी कहा कि हिंदुस्तान शब्द कहने पर किसी को भी ऐतराज नहीं होना चाहिए।
दरअसल 2014 के लोकसभा चुनाव से ठीक पहले एआईएमआईएम होकर ईमान ने सबको हैरान कर दिया था। उन्होंने आखिरी समय में किशनगंज से जद (यू) के उम्मीदवार के रूप में अपनी दावेदारी वापस ले ली थी। यह मामला जद (यू) के लिए विशेष रूप से शर्मनाक था। वह कुछ दिन पहले ही राजद से अलग होने के बाद नीतीश की पार्टी में शामिल हुए थे।
वहीं वरिष्ठ पत्रकार wasim akram tyagi ने अख्तरुल ईमान पर कटाक्ष करते हुए लिखा है कि अख्तरुल ईमान की पार्टी के नाम को अंग्रेज़ी मे All India Majlis-E-Ittehadul Muslimeen लिखा जाता है. इसे उर्दू में कुल हिंद मजलिस ए इत्तेहादुल मुसलेमीन लिखा जाता है/बोला जाता है। भारत को अंग्रेज़ी में India और उर्दू में हिंदुस्तान कहा जाता है। भारत एक विशाल देश है, जिसमें राजस्थान नाम का भी एक सूबा है। इस सूबे में इन दिनों उर्दू बचाने के लिये दांडी निकाली जा रही है।
उन्होंने आगे लिखा है कि सोशल मीडिया पर AIMIM के समर्थक उर्दू बचाने के लिये वचनबद्ध भी दिख रहे हैं। अब पता नहीं हिंदुस्तान को भारत बोलकर उर्दू बचेगी या नहीं? अगर उर्दू बच भी गई तब इक़बाल के तराने में भी संशोधन करना पड़ेगा। उसे कुछ इस तरह पढ़ा जाएगा, सारे जहां से अच्छा भारत वतन हमारा….. तब जीतन राम मांझी को भी अपनी पार्टी हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा के नाम में संशोधन करना चाहिए। सवाल यह भी है कि मांझी ही संशोधन क्यों करें पहले AIMIM अपने उर्दू नाम में कुल हिंद की जगह कुल भारत मजलिस ए इत्तेहादुल मुसलेमीन तो लिखे।