बिजनौर/ कोविड 19 माहमारी को देखते हुए जनपद के उलेमाओं व शहर काजियों ने ईद उल अजहा के मनाने के संबंध में कई मांगो को लेकर एक ज्ञापन जिलाधिकारी बिजनौर को सौपा। ज्ञापन में मांग की गई कि आगामी 31 जुलाई व 01 अगस्त को मुस्लिम समाज का बहुत बड़ा त्योहार ईद उल अजहा मनाया जाएगा। जिसमें पहले नमाज पढ़ी जाती है और फिर उसके बाद कुर्बानी की जाती है। इस साल क्योंकि कोविड-19 बीमारी की वजह से हमारे प्रदेश में प्रत्येक शनिवार व रविवार को लॉक डाउन की घोषणा हो चुकी है। ईद उल अजहा शुक्रवार या शनिवार को मनाई जाएगी।
इस विषय में ज्ञापन में जिलाधिकारी रमाकांत पांडेय से मांग की गई की वह ईद उल अजहा की नमाज सोशल डिस्टेंसिंग और अन्य लॉक डाउन नियमों के पालन करते हुए हम लोग नमाज अदा करेंगे। 02. कुर्बानी के सिलसिले में अनुरोध किया गया कि जिन जानवरों की परंपरा के अनुसार कुर्बानी होती है उन्हीं जानवरों की कुर्बानी होने का उचित प्रबंध करने की कृपा करें, 03. कुर्बानी के जानवरों की बिक्री हेतु उचित प्रबंध कराने की कृपा करें, ताकि त्यौहार शांतिपूर्वक सब लोग मना सके। कुर्बानी के बाद कुर्बानी के अवशेष आदि उठाने के लिए नगर पालिका, नगर पंचायत, ग्राम पंचायत द्वारा उचित व्यवस्था कराने की कृपा करें, ताकि साफ सफाई का उचित प्रबंध हो सके।
परंपरा के अनुसार लोग कुर्बानी का मीट एक स्थान से दूसरे स्थान पर लेकर जाते हैं और पहले ही की उचित व्यवस्था की जाए जिससे कोई समस्या उत्पन्न न हो, 06. कुर्बानी के तीन दिन बिजली पानी व सफाई की उचित व्यवस्था कराने की कृपा करें, 07 असामाजिक तत्वों पर कड़ी निगाह रखी जाए ताकि आपसी सौहार्द और त्यौहार शांतिपूर्वक संपन्न हो। ज्ञापन देने वालो में काज़ी अफ्फान उल हक शहर काज़ी नजीबाबाद, काज़ी मोहम्मद माजिद अली शहर काज़ी बिजनौर, काज़ी हारिस अली किरतपुर, मुफ़्ती मोहम्मद आमिर शहर काज़ी चाँदपुर, मुफ्ती मोहम्मद कमर कासमी शहर इमाम धामपुर, मुफ्ती उवैस अकरम शहर इमाम नगीना आदि आदि मौजूद रहे।
रिपोर्ट बाई गुलज़ार अहमद