बिजनौर में दर्जनों साधु-संतों ने कलेक्ट्रेट परिसर में प्रशासन के खिलाफ जोरदार नारेबाजी और हंगामा किया। संतों ने आरोप लगाया कि प्रशासन ने स्वाहेड़ी स्थित गौशाला से गोवंश को हटाकर अन्यत्र भेज दिया। गुस्साए साधु-संत कलेक्ट्रेट परिसर में धरने पर बैठ गए और एसडीएम व एडीएम की गाड़ियों को रोककर प्रदर्शन किया
कुछ सन्तों ने कलेक्ट्रेट के मेन गेट को बंद कर दिया, जिससे आने जाने वाली गाड़ियों को दिक्कत हुई। साधु संतों ने दफ्तर के बाहर खड़ी डीएम की गाड़ी को घेरा। प्रदर्शन के दौरान साध्वी गंगा नंद सरस्वती ने हाथ में तलवार लेकर जिलाधिकारी अंकित अग्रवाल के खिलाफ गंभीर आरोप लगाए और प्रशासन पर अपशब्द कहे। हंगामा होता देख डीएम को पीछे के रस्ते से निकलना पड़ा
साध्वी ने आरोप लगाया कि उनके कंडव ऋषि मल देवता मठ की गौशाला से 70 से अधिक गोवंश, जिनमें दूध देने वाली गायें भी शामिल थीं उनको प्रशासन ने प्रधान के सहयोग से जबरन हटवा दिया। इसके अलावा, गौशाला में रखा अनाज और भूसा भी ट्रकों में भरकर ले जाया गया। साध्वी ने यह भी दावा किया कि मठ में मौजूद महात्माओं के साथ बदसलूकी की गई और पुलिस में शिकायत देने के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं की गई।
साधु-संतों के आक्रोश को देखते हुए एसडीएम सदर अवनीश कुमार, तहसीलदार और शहर कोतवाल उदय प्रताप पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे और संतों को शांत कराने का प्रयास किया। लेकिन गुस्साए संतों ने एडीएम और एसडीएम की गाड़ियों को कलेक्ट्रेट में घुसने से रोक दिया और मुख्य गेट भी बंद कर दिया, जिससे आवागमन बाधित हो गया। साधु-संत डीएम के कार्यालय के बाहर घेराव करते हुए प्रदर्शन करते रहे और स्थिति को नियंत्रित करने के लिए प्रशासन को काफी मशक्कत करनी पड़ी
बिजनौर एक्सप्रेस के साथ आकिफ अंसारी बिजनौर
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