बिजनौर में कार्बेट टाइगर रिजर्व के कालागढ़ स्थित सांवल्दे गांव के जंगलों में बाघ ने वन विभाग के 35 वर्षीय दैनिक श्रमिक प्रेम पर हमला कर दिया। श्रमिक को मारकर बाघ उसके शरीर का एक हिस्सा खा गया। वन कर्मियों ने फायरिंग कर बाघ को भगाया। प्रेम की मौत होने ग्रामीणों में रोष है
कार्बेट टाइगर रिजर्व के वन्य जीव कड़ाके की सर्दी के बीच हिंसक हो चले हैं। बृहस्पतिवार को कार्बेट टाइगर रिजर्व के सांवल्दे के जंगलों में दैनिक श्रमिक प्रेम को बाघ ने हमला कर मौत के घाट उतार दिया। सूचना मिलते ही वन विभाग की टीमें पहुंची और श्रमिक को निवाला बना रहे बाघ को फायरिंग कर दौड़ाया। बाघ उसके शरीर का कुछ हिस्सा खा गया।
सांवल्दे गांव में बाघ के हमले की सूचना आग की तरह फैल गई। वन्यजीवों से सुरक्षा को लेकर ग्रामीणों में जोरदार रोष फैल गया। मौके पर पार्क वार्डन अमित ग्वासाकोटी व अधीनस्थ अधिकारी पहुंच गए। उन्होंने ग्रामीणों को समझाने का प्रयास किया। साथ ही कहा कि पीड़ित परिवार को विभाग से मिलने वाली प्रारंभिक सहायता राशि दी जाएगी।
पार्क वार्डन ने बताया कि प्रेम अपने परिवार के साथ जंगल में लकड़ी लेने गया था। अचानक बाघ ने उस पर हमला कर दिया। शोर सुनकर वनकर्मी मौके पर पहुंचे और फायरिंग कर बाघ को भगाया। गश्ती दलों को जंगल में तैनात कर दिया गया है। कैमरा ट्रैप लगाया जा रहा है।
कार्बेट टाइगर रिजर्व के निदेशक डा. साकेत बडोला ने बताया कि घटना को लेकर अधिकारियों को निर्देशित कर दिया गया है। आदमखोर बाघ की तलाश की जा रही है, 31 जुलाई को कालागढ़ में ली थी महिला की जान पांच महीने पहले कालागढ़ की केंद्रीय कॉलोनी में बाघ ने घर में घुसकर बर्तन धो रही टीना को मौत के घाट उतार दिया था। अभी तक वन विभाग पीड़ित परिवार को पूरी सहायता भी नहीं दे पाया है
बिजनौर एक्सप्रेस के साथ शोएब कुरैशी अफजलगढ़
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