कोविड काल में अपने माता-पिता खो चुके अनाथ बच्चों की हर संभव सहायता के लिए अभिभावक के रूप में वे स्वयं हर समय तत्पर हैं, उनकी किसी भी समस्या को प्राथमिकता के आधार पर निस्तारित किया जाएगा, जिला अधिकारी उमेश मिश्रा ने बच्चों को किया आश्वस्त
जिलाधिकरी उमेश मिश्रा ने कोविड काल में अपने माता-पिता खो चुके अनाथ बच्चों को आश्वस्त करते हुए कहा कि उनकी हर सहायता के लिए अभिभावक के रूप में वे स्वयं हर समय तत्पर हैं, उनकी किसी भी समस्या को प्राथमिकता के आधार पर निस्तारित किया जाएगा तथा उनकी हर संभव सहायता की जाएगी। उन्होंने कहा कि उनके भविष्य को उज्जवल और उनके जीवन को सफल बनाने के लिए पूरा देश उनके साथ खड़ा है।
उन्होंने बताया कि कोविड काल में अनाथ बच्चों के लिए केन्द्र एंव राज्य सरकार द्वारा शिक्षा, स्वास्थ्य और पालन-पोषण के लिए न केवल उनकी आर्थिक मदद की बल्कि उनके मनोबल को बढ़ाने और उन्हें मजबूत बनाने के लिए उनकी काउन्सिलिंग की व्यवस्था भी की गई है, ताकि वे बिना किसी मानिसक एवं शारीरिक बाधा के जीवन में सफलता की उॅंचाई पर पहंुच सकें।
इस अवसर पर पीएम केयर्स फॉर चिल्ड्रन योजना के अंतर्गत एनआईसी बिजनौर में मा0 प्रधानमंत्री जी, भारत सरकार के द्वारा ऐस सभी बच्चे जिनके माता-पिता अथार्त एक की मृत्यू पूर्व में हो गई हो तथा दूसरे की मृत्यू 11 मार्च,20 से 31 दिसम्बर,21 के बीच कोविड से ग्रस्त होने के कारण हुई हो या कानूनी अभिभावक/दत्तक माता-पिता/एकल दत्तक माता-पिता 11 मार्च,20 से 31 दिसम्बर,21 के बीच कोविड-19 से हुयी हो, के बच्चों को सभी आवश्यक लाभ पहुंचाने के उद्देश्य से विगत 29 मई,21 को लांच की गई योजनातंर्गत जिले के 09 बच्चों को दस्तावेज प्रदान की गईं।
उन्होंने बताया कि इस योजना के तहत उक्त योजना के लाभ के हकदार बच्चों के माता-पिता दोनों या जीवित माता/पिता या कानूनी अभिभावक/दत्तक माता-पिता/एकल दत्तक माता-पिता जैसी भी स्थिति हो, की मृत्यु के दिनांक को बच्चे की आयु 18 वर्ष पूरी नही होनी चाहिए। उन्होंने बताया कि पी० एम० केयर्स फॉर चिल्ड्रेन योजना के अन्तर्गत अनाथ बच्चों को शिक्षा, स्वास्थ, बीमा आदि हेतु रू0 10 लाख (दस लाख) की कार्पस फण्ड के रूप में सहायता प्रदान किये जाने का प्रावधान किया गया है। पी० एम० केयर्स फॉर चिल्ड्रेन योजना के अन्तर्गत जिले में कुल 09 अनाथ बच्चों को पात्रता के आधार पर लाभान्वित किया है।
जिलाधिकारी श्री मिश्रा द्वारा उक्त योजना के तहत अनाथ बच्चों को आयुष्मान भारत- प्रधान मंत्री जन आरोग्य योजना-च्डश्र।ल्(आयुष्मान कार्ड) के द्वारा लाभान्वित जिसके अन्तर्गत रू० 05 लाख का स्वास्थ्य बीमा वार्षिक से लाभान्वित कराये जाने सम्बन्ध प्रपत्र, मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना के अन्तर्गत रू० 4 हजार प्रति माह की दर से लाभान्वित होने, रू0 10 लाख कार्पस फण्ड के रूप में पी० एम० केयर्स योजना के अन्तर्गत बच्चों के खातो में पी0 एफ0 एम० एस० के माध्यम से अन्तरित किए जाने तथा पी० एम० केयर्स योजना के अन्तर्गत कक्षा 01 से कक्षा 12 तक स्कूल जाने वाले लाभार्थी बच्चों को रू० 20000 की वार्षिक छात्रवत्ति (स्कॉलरशिप फॉर पी० एम० केयर्स फॉर चिल्ड्रेन) से प्रदान किये जाने की व्यवस्था है, जिसमें रू0 1000/प्रति माह एक वर्ष तक कुल रू0 1200/- तथा रू0 8000/- बच्चे की किताबे , वर्दी , जूते एवं शिक्षा से सम्बन्धित अन्य सामग्री दिये जाने का प्रावधान है, सम्बन्धित दस्तावेज उपलब्ध कराए गए।
दस्तावेज वितरण से पूर्व मा0 प्रधानमंत्री का संम्बोधन किया गया, जिसमें बच्चों को प्रोत्साहित करते हुए कहा गया कि हर बड़े व्यक्ति जिसका नाम इतिहास में दर्ज है, का जीवन संघर्षपूर्ण और विभिन्न कठिनाईयों से झूझते हुए गुजरा है, परन्तु उन्होंने हार नहीं मानी और जीवन में सफलता की चरम सीमा पर पहुंचे और आमलोगों के मार्गदर्शक बने।
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बिजनौर से हमारे संवाददाता आकिफ अंसारी की यह रिपोर्ट
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