🔹दोस्तों और रिश्तेदारो ने दी नेक मुस्तकबिल की दुवाए और मुबारक बाद,
Bijnor: नजीबाबाद रमज़ान का मुकद्दस महीना शुरु हो गया। इसे बरकतो और रहमतो का महीना भी कहा जाता है। इस महीने में छोटे छोटे बच्चों को रोज़े रखने का बेहद शौक होता है। इसी शौक और अल्लाह की बरकतो और रहमतो में से एक सिर्फ सात साल की छोटी सी मासूम बच्ची ने अल्लाह की रज़ा और अल्लाह को खुश कर अपने मां, बाप के लिए खुशियो और रहमतो के लिए रोज़ा रखा।
मौहल्ला नवाबपुरा निवासी अब्दुल अली कातिब की सात साल की छोटी सी बच्ची सिदरा अली ने अपनी जिंदगी का पहला रोज़ा रख कर अल्लाह को राजी किया। छोटी बच्ची सिदरा अली पूरे दिन भूखी प्यासी रही और अल्लाह की इबादत करती रही । बच्ची के मां बाप अब्दुल अली और सीमा अली उस से पानी पीने और कुछ खाने को कहते रहे मगर बच्ची मुस्कराती और कहती नहीं अम्मी जान आज मेरा रोज़ा है।
सिदरा अली के ज़िन्दगी का पहला रोज़ा रखने पर अब्दुल रब कातिब, मनसूब नजमी, महताब नज़मी, शादाब जफर शादाब, नदीम परवेज, शमीम खां, फहीम एडवोकेट, अनवर शारिक, हाजी रिजवान, परवेज खां, असगर अली नौमान, रिहान आदि ने मुबारक बाद दी।
बिजनौर एक्सप्रेस की ख़ास रिपोर्ट