सरकार के लाखों रुपए की कीमत से गांव में बना स्वास्थ्य उप केंद्र खुद अपनी बदहाली पर आंसू बहा रहा। गांव के लोगों ने अस्पताल में गोबर के उपले भी रखने शुरू कर दिए है। साथ ही रात में शराबियों ने इसको अपना अड्डा बना लिया है।
क्षेत्र के लोगों की माने तो अस्पताल खुद बीमार लग रहा है। मानो जैसे अस्पताल को ही खुद दवाई की जरूरत हो। हद तो तब हो गई जब गांव के लोगों ने अस्पताल में गोबर डालना शुरू कर दिया हैं।
उधर इस मामले में जब प्रधान पति बिजेंद्र प्रताप सिंह से बात की गई तो।उन्होंने बताया कि यहां पर एक एएनएम कार्यरत थी जो अब नहीं है।
एन एम के कार्यकाल में यह स्वास्थ्य केंद्र काफी अच्छा व बेहतर सफाई रहती थी। लेकिन आज डॉक्टर ना आने के कारण अस्पताल खुद बीमार हो चला है।
स्थानीय लोगों का कहना है। कि यहां पर खुद अस्पताल को दवाई की जरूरत है। सरकार के लाखों रुपए की कीमत से बने इस अस्पताल से इलाके के लोगों को कोई भी लाभ नहीं मिल रहा है।
अस्पताल से दवाई ना मिलने के कारण पूरे इलाके के &लोग परेशान नजर आ रहे हैं। सभी लोगों ने एकजुट होकर स्वास्थ्य उपकेंद्र पर डॉक्टरों की व्यवस्था कराने की मांग की है।
बाईट : प्रधान पति धीरेंद्र प्रताप सिंह
बिजनौर से रोहित कुमार की रिपोर्ट