बिजनौर के नजीबाबाद थाना पुलिस व वन विभाग ने दो शिकारियों के पास से अलग अलग प्रजाति के कुल 38 कछुए बरामद किए। ये कछुए उत्तराखंड के देहरादून ले जाए जा रहे थे। पुलिस ने वन अधिनियम के तहत अभियोग दर्ज कर पकड़े गए तस्करो का चालान कर दिया।
प्राप्त जानकारी के अनुसार वन विभाग के उपक्षेत्रीय वनाधिकारी हरगोविन्द सिंह, वन दरोगा परशुराम सिंह, वन दरोगा मयंक भट्ट अपने वाचर मौ. यामीन क्षेत्र में गश्त कर रहे थे, तभी मुखबिर ने सूचना दी कि कुछ व्यक्ति कछुए का शिकार कर के बाइक से प्लास्टिक के कट्टो में भरकर महावतपुर डैम से होते हुए नहर के रास्ते से निकलते है।
उपक्षेत्रीय वनाधिकारी हरगोविंद सिंह वनकर्मियो के साथ थाना नजीबाबाद पहुंचे, जहा उन्होने थाना पुलिस को सूचना से अवगत कराया। वन विभाग की टीम के साथ थाने से एसआई मौ. कय्यूम कांस्टेबल रजत राठी और रोहित चौधरी को साथ मुखबिर के बताए हुए स्थान महावतपुर डैम पर पहुंचे, वे, इसी दौरान बिना नम्बर प्लेट स्पैलंडर बाइक से दो लोगो को आता देखा, पुलिस ने शक के आधार पर दोनो को रोक लिया,
पुलिस ने उनके पास से विभिन्न प्रजातियों के कुल 38 कछुए बरामद किए। वन विभाग के उपक्षेत्रीय वनाधिकारी हरगोविन्द सिंह की तहरीर पर थाना नजीबाबाद पुलिस ने उनके खिलाफ वन अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया।
पुलिस ने दोनो से पूछताछ की। पुछताछ में दोनो ने अपने नाम हुकूमत पुत्र सुनीलनाथ, करीम पुत्र स्व. अनिल निवासीगण ग्राम घोसीपुर पथरी हरिद्वार उत्तराखंड बताया पुलिस ने दोनो का चालान कर दिया।
पुलिस का कहना है कि पकड़े गए दोनों शिकारियो ने इन कछुओ को खो नदी से पकड़ा था, और उत्तराखंड के देहरादून में बेचने जा रहे थे, वहा इनको कुछ बड़े होटलों में तथा कहीं मेडिसिन बनाने और तांत्रिक क्रिया करने के लिए भी इनका प्रयोग किया जाता था
बिजनौर एक्सप्रेस के साथ विकास आर्य की रिपोर्ट
©Bijnor express