बिजनौर जिला अधिकारी उमेश मिश्रा की अधिशासी अधिकारी बिजनौर एवं नजीबाबाद को निर्देश दिए हैं कि मालन की खुदाई के कार्य में सहयोग करें और विभागीय जेसीबी द्वारा अतिक्रमण हटाना एवं खुदाई कार्य प्रारंभ कराएं जाए
जिलाधिकारी उमेश मिश्रा ने प्रभागीय निदेशक सामाजिक वानिकी को निर्देश दिए कि मालन नदी के किनारे बांस की पौध लगाने के लिए बरसात से पहले एक लाख पौध उपलब्ध कराएं ताकि उसको संबंधित किसानों को उपलब्ध कराया जा सके।
उन्होंने यह भी निर्देश दिए कि गंगा तटीय स्थित ग्रामों को पूर्ण रूप से प्रदूषण मुक्त करने, वाटर ट्रीटमेन्ट करने, जैविक खेती कोे बढ़ावा देने, नक़द आय प्राप्त करने के लिए फलदार वृक्ष लगाने के लिए स्थानीय लोगों को प्रेरित करें।
उन्होंने प्रदूषण विभाग के अधिकारी द्वारा बैठक में सूचना के बावजूद अनुपस्थित रहने पर उनका स्पष्टीकरण तलब करने के निर्देश दिए। उन्हानें डीएफओ को यह भी निर्देश दिए कि वेटलेण्ड अतिक्रमण से संबंधित जो जांच आख्या उन्हें प्राप्त हो रही हैं, उनकी गुणवत्ता का मौके पर जाकर परीक्षण करें ताकि उनकी सत्यता प्रमाणित की जा सके।
जिलाधिकारी आज अपरान्ह 11ः30 बजे स्थानीय कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित जिला गंगा समिति तथा जिला पर्यावरण समिति की मासिक समीक्षा बैठक की अध्यक्षता करते हुए उपस्थित अधिकारियों को निर्देश दे रहे थे।
उन्होंने कहा कि प्रदूषण एक समस्या नहीं बल्कि एक त्रास्दी का रूप धारण करती जा रही है, यदि समय रहते पर्यावरण सुरक्षा के लिए उचित उपाय नहीं किए गए तो जीव-जंतु ही नहीं अपितु धरती का अस्तित्व ही संकट में पड़ सकता है। उन्होंने कहा कि हमें शासकीय प्रयासों के साथ-साथ जन सहयोग की भावना के साथ भी इस क्षेत्र में गंभीरतापूर्वक प्रयास करने होंगे।
उन्होंने जिला पंचायत राज अधिकारी एवं नोडल अधिकारी नगर निकाय को निर्देश दिए कि शहर एवं गांव का गंदा पानी किसी भी अवस्था में नदी में नही जाना चाहिए। उन्होंने यह भी निर्देश दिए कि जिन नगर निकायों एवं गांवों का गंदा पानी नदी में पहुंच रहा है, उनकी सूची उन्हें उपलब्ध कराएं ताकि उस पर नियंत्रण स्थापित किया जा सके।
जिलाधिकारी श्री मिश्रा ने डीएफओ को निर्देशित करते हुए कहा कि बायो मेडिकल वेस्ट के निस्तारण की गुणवत्ता सुनिश्चित करने के लिए एक समिति का गठन करें तथा औचक रूप से निरीक्षण करते हुए उसको निस्तारित करने के मानकों की जांच करें। उन्होंने जिला पंचायत राज अधिकारी को निर्देश दिए कि ग्रामीण क्षेत्रों में भी सॉलिड वैस्ट के लिए जगहों का चिन्हांकन कराना सुनिश्चित करें ताकि कचरे को एक जगह जमा किया जा सके तथा बरसात से पूर्व सभी नालों की सफाई का कार्य भी प्राथमिकता के आधार पर सम्पन्न कराएं।
उन्होंने अधिशासी अधिकारी नगर पालिका बिजनौर एवं नजीबाबाद को निर्देश दिए कि मालन की खुदाई के कार्य में सहयोग करें और विभागीय जेसीबी द्वारा अतिक्रमण हटाना एवं खुदाई कार्य कराएं। उन्होंने नोडल अधिकारी नगर निकाय को यह भी निर्देश दिए कि जिले में प्लास्टिक उन्मूलन अभियान संचालित करें और चैकिंग के दौरान अपने साथ पुलिस की व्यवस्था भी रखें तथा चैकिंग के दौरान दुकानदारों अथवा रेहड़ी विक्रेताओं द्वारा पॉलिथिन का प्रयोग पाया जाता है तो तत्काल उसको जब्त करते हुए उन पर अर्थदण्ड भी लगाएं।
इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी के0पी0 सिंह, प्रभागीय निदेशक सामाजिक वानिकी मनोज कुमार शुक्ला, उप प्रभागीय वनाधिकारी डा0 हरेन्द्र सिंह, जिला पंचायत राज अधिकारी, अधिशासी अधिकारी नगर पालिका/नगर पंचायत तथा अन्य संबंधित विभागीय अधिकारी मौजूद थे।
बिजनौर की इलेक्ट्रॉनिक मीडिया की खबरों को देखने के लिए आप हमारे यू टयूब चैनल bijnor express पर भी जुड़ सकते हैं लिंक नीचे मौजूद हैं,
Report by bijnor express*
©Bijnor express