देहरादून में मानवता की मिसाल पेश करते हुए उत्तराखंड पुलिस के कांस्टेबल शाहनवाज ने रोजा तोड़कर रक्तदान किया और 12 साल के बच्चे की जान बचा ली। उनके इस कार्य की पुलिस विभाग के साथ ही हर तरफ सराहना हो रही है। शाहनवाज ने बताया कि वह बच्चे के जल्द स्वस्थ होने के लिए अल्लाह से दुआ कर रहे हैं।
बच्चे को ‘ओ पाजिटिव‘ रक्त की जरूरत थी
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक कार्यालय में पीआरओ शाखा में तैनात कांस्टेबल शाहनवाज ने बताया कि सोमवार को उन्हें एक वाट्सएप ग्रुप के माध्यम से सूचना मिली कि जौलीग्रांट स्थित हिमालयन अस्पताल में 12 वर्षीय बच्चा भर्ती है, जिसकी हालत बेहद गंभीर है। बच्चे को ‘ओ पाजिटिव’ रक्त की जरूरत थी, जो काफी प्रयास करने के बाद भी नहीं मिल पाया
मासूम की जान बचाने के लिए रोजा तोड़ दिया
ऐसे में शाहनवाज बच्चे और उसके परिवार की सहायता के लिए तत्काल अस्पताल पहुंचे। वहां चिकित्सकों ने बताया कि रोजा रखने के कारण आप खून नहीं दे सकते। ऐसे में शाहनवाज ने मासूम की जान बचाने के लिए रोजा तोड़ दिया और एक यूनिट खून देकर मासूम की जान बचाई।
50 से भी अधिक बार रक्तदान कर चुके हैं शाहनवाज
इस नेक काम के लिए बच्चे के स्वजन ने कांस्टेबल शाहनवाज और देहरादून पुलिस का आभार जताया। शाहनवाज ने बताया कि वह जरूरतमंदों के लिए नियमित अंतराल पर रक्तदान करते रहते हैं। वर्ष 2005 से अब तक वह 50 से भी अधिक बार रक्तदान कर चुके हैं।
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