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महाराष्ट्र के सह्यादारी टाइगर रिजर्व में बंगाल मॉनिटर छिपकली से गैंगरेप, चार गिरफ्तार, मोहम्मद मेहराज ने कहा अब समझ आया, बुर्का क्यों हैं जरूरी

महाराष्ट्र वन विभाग ने शुरू में आरोपियों को शिकार के आरोप में पकड़ा था, क्योंकि वे जंगल में घूमते सीसीटीवी में कैद हो गए थे। जैसे ही अधिकारियों ने आरोपियों के मोबाइल फोन की जांच की, उन्हें बंगाल मॉनिटर छिपकली के साथ बलात्कार का वीडियो मिला।

सह्याद्री टाइगर रिजर्व में ‘बंगाल मॉनिटर छिपकली’ से गैंगरेप करने के आरोप में चार लोगों को गिरफ्तार किया गया है. एक वन अधिकारी ने बुधवार को यह जानकारी दी है. अधिकारी ने बताया कि रिजर्व के तहत आने वाले चंदोली राष्ट्रीय उद्यान में अवैध रूप से प्रवेश करने के लिये आरोपियों के खिलाफ 31 मार्च को प्राथमिकी दर्ज किये जाने के बाद यह मामला सामने आया. आरोपियों से पूछताछ की जा रही है. उनकी यह हरकत एक आरोपी के मोबाइल फोन में रिकॉर्ड थी. अधिकारियों ने आरोपी के मोबाइल फोन की जब जांच की तो उन्हें घटना के बारे में पता चला.

News 24 की रिपोर्ट के अनुसार अधिकारियों को उनके मोबाइल फोन पर खरगोश, साही और हिरण की तस्वीरें भी मिलीं। सांगली वन अभ्यारण्य में तैनात वन अधिकारियों ने सीसीटीवी फुटेज की मदद से आरोपी को गिरफ्तार किया था जिसमें वे जंगल के अंदर घूमते देखे जा सकते हैं। जब सीसीटीवी ने उन्हें जंगल के अंदर दिखाया, तो गोथाने के गाभा इलाके में वन रक्षक मौके पर पहुंचे, लेकिन उनमें से केवल एक को पकड़ने में कामयाब रहे, जबकि बाकी भाग गए। पकड़े गए व्यक्ति के पास से फोन में बंगाल की मॉनिटर छिपकली से रेप का वीडियो मिला।

वारदात को उसी फोन से रिकॉर्ड किया गया, जिसमें चार आरोपियों में से एक को बलात्कार करते हुए दिखाया गया था। जांच के बाद, अन्य तीन आरोपियों को बाद में रत्नागिरी जिले के हटिव गांव से पकड़ा गया। इनके पास से वन अधिकारियों ने दो पिस्टल और दो मोटरसाइकिल भी बरामद की हैं। अधिकारियों के मुताबिक आरोपी कोंकण से कोल्हापुर के चंदोली गांव में शिकार करने आया था।

अधिकारियों ने अब इस मामले को कानून विशेषज्ञों के साथ उठाने का फैसला किया है ताकि उनके खिलाफ एक जानवर के बलात्कार के आरोप में उनके खिलाफ दायर किए जाने वाले प्रासंगिक आरोपों पर चर्चा की जा सके। अधिकारियों के मुताबिक आरोपियों को कोर्ट में पेश किया जाएगा और उनके खिलाफ उचित कानूनी कार्रवाई की जाएगी

बंगाल मॉनिटर छिपकली वन्यजीव संरक्षण अधिनियम 1972 के तहत एक आरक्षित प्रजाति है। आरोपियों को दोषी पाए जाने पर सात साल के कारावास की सजा दी जा सकती है। वहीं, सोशल मीडिया पर खबर आते ही गुस्से से लाल लोग पूछ रहे हैं कि हवस ने छिपकली को भी नहीं छोड़ा।

हैरान कर देने वाली इस घटना के बाद लोग तरह-तरह से अपना पक्ष रख रहे हैं, वहीं इसमें सबसे दिलचस्प यह है कि मुस्लिम समुदाय के युवाओं ने इसे बुर्के से जोड़ दिया है, मुस्लिम युवाओं का कहना है कि भारत जैसे देश जहाँ प्रत्येक घंटे में बलात्कार होते हो ऐसे देश में इन हैवानों से बचने के लिए बुर्का बहुत जरूरी है,

वहीं फेसबुक पर अपने व्यंग्यात्मक कटाक्ष के लिए प्रचलित मोहम्मद मेहराज ने, व्यंग्य करते हुए लिखा है कि, काफ़ीरो अब तो समझ जाओ, बुर्का क्यों जरूरी हैं।

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