नजीबाबाद मालन नदी पर नहीं हो रहा है गुणवत्तापूर्ण कार्य
कड़ी मेहनत के बाद वर्तमान में नजीबाबाद की मालन नदी पर आबादी की सुरक्षा एवं कृषि जमीनी कटाव रोकने के लिए शासन से लगभग 6 करोड़ की लागत से बचाव कार्य किया जाना है लेकिन ठेकेदार एवं अधिकारियों द्वारा मालन नदी पर गुणवत्तापूर्ण कार्य नहीं किया जा रहा है हाल ही में शनिवार को बाढ़ नियंत्रण राज्यमंत्री श्री विजय कश्यप जी का दौरा इसी क्षेत्र में हुआ जिसमें राज्य मंत्री जी ने ठेकेदार के मुंशी को जल्द से जल्द कार्य पूरा करने के लिए कहां,
राज्यमंत्री जी के जाने के चंद घंटे बाद ही क्षेत्र में बारिश शुरू हुई और मालन नदी में पानी आ गया जिसके चलते हैं नदी पर लगे पिलर पानी में बहने लगे और अनेको पिलर झुक गए।
वर्तमान में मालन नदी पर मिट्टी से भरकर बिना किसी रोकथाम से कट्टे रख दिए गए हैं यदि पानी आता है तो कट्टे बहने शुरू हो जाएंगे और जो पिलर लगाए गए हैं वह भी किसी अच्छी तरह से बांधे नहीं गए हैं और बिना झाड़-फूंस एवं सुरक्षा रखे गए है।
बहुत से स्थान ऐसे हैं जहां पर बिना सुरक्षा के सिर्फ कट्टे ही लगे हैं और पिलर भी नहीं लगे।
15 जून से आधिकारिक तौर पर बरसात मानी जाती है लेकिन 5 जुलाई तक कार्य किसी तरह से पूर्ण नहीं हुआ है और जनता का पैसा यूंही बर्बाद हो रहा है इसलिए स्थानीय निवासियों का कहना है कि काम थोड़ा करें लेकिन उस काम को पूरी तरह से करते हुए चलें, जबकि आज तक मालन नदी पर चल रहे इस कार्य का ठेकेदार आया नही, अरुण नामक ठेकेदार ने अपना एक सोनू नाम का मुंशी छोड़ा हुआ है जो पूरे दिन पेड़ो की छाया के नीचे खाट पर आराम करता है और किसानों के फल जैसे नासपाती, आम खाता रहता है
यही वजह से कि वर्तमान में मालन नदी पर कार्य को बढ़ने से रोका गया और खैरुल्लापुर क्षेत्र बिना किसी कार्य के रह गया।
वर्तमान में मालन नदी पर मिट्टी से भरकर बिना किसी रोकथाम से कट्टे रख दिए गए हैं यदि पानी आता है तो कट्टे बहने शुरू हो जाएंगे और जो पिलर लगाए गए हैं वह भी किसी अच्छी तरह से बांधे नहीं गए हैं और बिना झाड़-फूंस एवं सुरक्षा रखे गए है।